पटना के गंगा घाटों पर बनेंगे 91 मेडिकल कैंप, एंबुलेंस भी रहेंगी तैनात
छठ की तैयारियों को बेहतर बनाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की समीक्षात्मक बैठक। पर्व के समय 20 तरह की दवाइयों के साथ मेडिकल कैंप में 32 एंबुलेंस तैनाते रहने की हुई घोषणा।
By Akshay PandeyEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 08:02 PM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 08:02 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। लोक आस्था के पर्व छठ को लेकर राजधानी के गंगा घाटों पर स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारी कर ली है। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए गंगा घाटों पर अस्थायी कैंप केअलावा एंबुलेंस, दवा और मेडिकल टीम का भी गठन किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व प्रधान सचिव संजय कुमार की उपस्थिति में एक समीक्षा बैठक हुई जिसमें क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. के के मिश्रा सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार झा व नोडल पदाधिकारी डॉ. ए. सी. विनायक ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई तैयारियों को विस्तारपूर्वक रखा।
एक डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ रहेगा तैनात
मंत्री पांडेय ने बताया कि विभाग की ओर से छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए दीघा से लेकर पटना सिटी तक 91 घाटों पर अस्थायी मेडिकल कैंप बनाए गए हैं। जिसमें 20 तरह की दवाओं के साथ एक डॉक्टर और एक पारा मेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि दो-तीन घाटों को जोड़कर 32 बड़े घाटों पर मेडिकल टीम के साथ 32 एंबुलेंस भी लोगों की सेवा में तैनात रहेगी। साथ ही 4 रिवर एंबुलेंस भी मेडिकल टीम के साथ गंगा नदी पर श्रद्धालुओं की सेवा में लगाई गई हैं। इसके अलावे एक मेडिकल टीम को चिडिय़ा घर के अंदर लगाया गया है। 91 घाटों को 7 सेक्टर में बांटा गया है। जिसके प्रभारी मेडिकल आफिसर बनाए गए हैं। सभी जोन प्रभारी को श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मुस्तैद रहने को कहा गया है।
प्राइवेट अस्पताल कर्मी भी रहेंगे मुस्तैद
मंत्री ने कहा कि छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेज, सरकारी अस्पताल व पांच प्राइवेट अस्पताल को अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि नहाय-खाय के दिन 11 नवंबर और खरना के दिन 12 नवंबर को अशोक राजपथ के 5 घाटों पर सुबह 7 से 10 बजे तक 13 और 14 नवंबर को सभी घाटों पर अघ्र्य समाप्ति तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें और एंबुलेंस श्रद्धालुओं की सेवा में उपलब्ध रहेंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव अनिल कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी खालिद अर्शद, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अविनाश पांडेय व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व प्रधान सचिव संजय कुमार की उपस्थिति में एक समीक्षा बैठक हुई जिसमें क्षेत्रीय अपर निदेशक डॉ. के के मिश्रा सिविल सर्जन डॉ. प्रमोद कुमार झा व नोडल पदाधिकारी डॉ. ए. सी. विनायक ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई तैयारियों को विस्तारपूर्वक रखा।
एक डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ रहेगा तैनात
मंत्री पांडेय ने बताया कि विभाग की ओर से छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं के लिए दीघा से लेकर पटना सिटी तक 91 घाटों पर अस्थायी मेडिकल कैंप बनाए गए हैं। जिसमें 20 तरह की दवाओं के साथ एक डॉक्टर और एक पारा मेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने कहा कि दो-तीन घाटों को जोड़कर 32 बड़े घाटों पर मेडिकल टीम के साथ 32 एंबुलेंस भी लोगों की सेवा में तैनात रहेगी। साथ ही 4 रिवर एंबुलेंस भी मेडिकल टीम के साथ गंगा नदी पर श्रद्धालुओं की सेवा में लगाई गई हैं। इसके अलावे एक मेडिकल टीम को चिडिय़ा घर के अंदर लगाया गया है। 91 घाटों को 7 सेक्टर में बांटा गया है। जिसके प्रभारी मेडिकल आफिसर बनाए गए हैं। सभी जोन प्रभारी को श्रद्धालुओं की सेवा के लिए मुस्तैद रहने को कहा गया है।
प्राइवेट अस्पताल कर्मी भी रहेंगे मुस्तैद
मंत्री ने कहा कि छठ व्रतियों एवं श्रद्धालुओं की सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेज, सरकारी अस्पताल व पांच प्राइवेट अस्पताल को अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि नहाय-खाय के दिन 11 नवंबर और खरना के दिन 12 नवंबर को अशोक राजपथ के 5 घाटों पर सुबह 7 से 10 बजे तक 13 और 14 नवंबर को सभी घाटों पर अघ्र्य समाप्ति तक स्वास्थ्य विभाग की टीमें और एंबुलेंस श्रद्धालुओं की सेवा में उपलब्ध रहेंगे। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव अनिल कुमार, राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी खालिद अर्शद, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक अविनाश पांडेय व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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