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teachers strike in Bihar: बिहार में शिक्षकों की हड़ताल के 58 दिन पूरे, नीतीश सरकार की अपील को ठुकराया

बिहार में शिक्षकों की हड़ताल के मंगलवार को 58 दिन पूरे हो गए। कोरोना काे देखते हुए सरकार की ओर से हड़ताल से वापस आने की अपील की गई थी लेकिर शिक्षकों ने इसे खारिज कर दिया है।

By Rajesh ThakurEdited By: Published: Tue, 14 Apr 2020 07:43 PM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2020 07:43 PM (IST)
teachers strike in Bihar: बिहार में शिक्षकों की हड़ताल के 58 दिन पूरे, नीतीश सरकार की अपील को ठुकराया
teachers strike in Bihar: बिहार में शिक्षकों की हड़ताल के 58 दिन पूरे, नीतीश सरकार की अपील को ठुकराया

पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के हड़ताली शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा की अपील को खारिज कर दिया है और सम्मानजनक वार्ता होने तक हड़ताल जारी रखने की घोषणा की है। शिक्षकों ने हड़ताल को सम्मानजनक तरीके से समाप्त कराने, हड़ताल अवधि का वेतन भुगतान  करने तथा दंडात्मक कार्रवाई रोकने की शर्त रखी है। ये शर्त शिक्षकों ने खुला पत्र जारी कर सरकार के समक्ष रखी है। इससे पहले हड़ताली शिक्षकों ने मंगलवार को संकल्प दिवस मनाया। मंगलवार को प्रारंभिक शिक्षकों की हड़ताल के 58 दिन पूरे हो चुके हैं, जबकि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षकों की हड़ताल का 50 दिन हो गया है। 

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बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदारनाथ पाण्डेय ने मंगलवार को कहा कि शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा की शिक्षकों से हड़ताल समाप्त करने की अपील का कोई मान-मतलब नहीं है। सरकार ने नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त नियमावली को तीन माह में लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन नियमावली को  पांच वर्षों से लंबित कर रखा है। अब कोरोना महामारी के नाम पर शिक्षकों से हड़ताल खत्म करने की बेमतलब अपील हो रही है।दर्जन से ज्यादा बार वार्ता के लिए प्रयास किया गया और शिक्षकों ने पत्र भी लिखा, पर सरकार ने उन पत्रों को  गंभीरता से नहीं लिया।

बिहार प्रारंभिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ब्रजनंदन प्रसाद वर्मा ने भी शिक्षा मंत्री की अपील को खारिज करते हुए कहा कि शिक्षकों की मांगें पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा। सरकार शिक्षकों के प्रति संवेदनहीन हो चुकी है। 17 फरवरी से प्रारंभिक शिक्षकों की हड़ताल जारी है। वहीं, 25 फरवरी से तमाम माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षक हड़ताल पर हैं।

गौरतलब है कि बिहार में नियोजित शिक्षकों की हड़ताल 17 फरवरी से शुरू हुई है। इस दौरान हड़ताली शिक्षकों ने बिहार बोर्ड की ओर से आयोजित मैट्रिक परीक्षा का भी बहिष्‍कार किया। लेकिन सरकार भी उनके समक्ष नहीं डिगी। बिहार बोर्ड ने इंटरमीडिएट का रिजल्‍ट समय पर दिया। मैट्रिक रिजल्‍ट भी समय पर देने की तैयारी चल रही थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण मामला अटक गया। इसी बीच, सोमवार को शिक्षा मंत्री ने हड़ताली शिक्षकों से वापस आने की अपील की। लेकिन आज उसे भी शिक्षकों ने खारिज कर दिया। 


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