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आखिरी तीन चरण में 36 लाख युवा वोटर करेंगे 21 लोकसभा क्षेत्रों में हार-जीत का फैसला

आखिरी तीन चरण में होने वाले मतदान में युवाओं की एक बड़ी संख्या प्रत्याशियों का भविष्य तय करेगी। एक आंकड़े के मुताबिक इन लोकसभा क्षेत्रों में 36 लाख नये युवा वोटरों का नाम जुड़ा है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sat, 04 May 2019 01:51 PM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 01:51 PM (IST)
आखिरी तीन चरण में 36 लाख युवा वोटर करेंगे 21 लोकसभा क्षेत्रों में हार-जीत का फैसला
आखिरी तीन चरण में 36 लाख युवा वोटर करेंगे 21 लोकसभा क्षेत्रों में हार-जीत का फैसला

पटना, जेएनएन। लोकसभा के चार चरण के चुनाव हो चुके हैं और अब बाकी बचे तीन चरणों में बिहार के 21 लोकसभा क्षेत्र में चुनाव होना है। पांचवें चरण में 6 मई को सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर में वोट डाले जायेंगे। जबकि छठे चरण में बाल्मीकिनगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान व महाराजगंज और सातवें चरण में पाटलिपुत्र, पटना साहिब, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद और नालंदा में चुनाव होंगे।

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आरा और सिवान में सबसे अधिक मतदाता

इन 21 लोकसभा क्षेत्रों में वर्ष 2014 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या बढ़ी है। आंकड़ों पर गौर करें तो बाकी बचे तीन चरणों के 21 लोकसभा चुनाव में इस बार छत्तीस लाख बावन सौ चार नये मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन लोकसभा क्षेत्रों में सबसे अधिक आरा में और इसके बाद सिवान में नये मतदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है।

18 से 23 है नये वोटरों की उम्र

नये मतदाताओं की उम्र 18 से 23 साल के बीच है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि पांचवीं, छठी और सातवें चरण में होने वाले 21 लोकसभा सीटों के चुनाव में प्रत्याशियों की हार-जीत के फैसले में इन युवा वोटरों की अहम भूमिका होगी। या यूं कहें कि इन लोकसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ये युवा मतदाता ही करेंगे तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगा। 

युवाओं पर टिकीं प्रत्याशियों की नजरें

लिहाजा सभी पार्टियों और प्रत्याशियों की निगाहें इन युवा वोटरों पर टिकी हुई हैं। सभी राजनीतिक दल और उम्मीदवार नये वोटरों को अपने पक्ष में करने में लगे हुए हैं। डिजिटल जमाने में लगभग 95 प्रतिशत वोटरों के हाथों में स्मार्टफोन मौजूद हैं। जिसकी नजर देश-दुनिया की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक सहित सभी गतिविधियों पर है।

ऐसे में इन्हें जाति, धर्म और लिंग में बांट कर वोट लेना किसी भी प्रत्याशी के लिए आसान नहीं होगा।  गौरतलब है कि निर्वाचन आयोग द्वारा 17 वीं लोकसभा के लिए प्रकाशित मतदाता सूची के मुताबिक बिहार में कुल सात करोड़ छह लाख तीन हजार 778 मतदाता हैं। जिसमें पुरुषों की संख्या तीन करोड़ 73 लाख सात हजार 904 एवं महिलाएं तीन करोड़  32 लाख 93 हजार 468 हैं। जबकि वर्ष 2014 में हुए 16 वीं लोकसभा चुनाव में बिहार में कुल वोटरों की संख्या छह करोड़ 138 लाख 160 थी।

लोकसभा चुनाव 2014 की तुलना में बढ़े हुए वोटरों की संख्या

सीतामढ़ी  - 163087

मधुबनी  - 153014

मुजफ्फरपुर - 159505

सारण -     116996

हाजीपुर  - 160590

बाल्मीकिनगर - 185103

पश्चिमी चंपारण - 193123

पूर्वी चंपारण - 191934

शिवहर -   174830

वैशाली  - 155337

गोपालगंज - 177362

सिवान -   216210

महाराजगंज - 151257

पटना साहिब - 192551

पाटलिपुत्र  - 173038

आरा  -  230801

बक्सर - 165333

सासाराम - 164118

काराकाट - 178800

जहानाबाद -151772

नालंदा - 150443

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