Move to Jagran APP

बिहार के 20 शहरों को मास्टर प्लान बना किया जाएगा विकसित, आसपास के गांवों का भी होगा कायाकल्प

शहर की सीमा के चारों ओर के दर्जनों गांवों को भी शामिल किया गया है जिससे इसका आकार दस गुणा से भी अधिक बड़ा हो गया है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Wed, 17 Nov 2021 10:05 PM (IST)Updated: Thu, 18 Nov 2021 06:26 AM (IST)
बिहार के 20 शहरों को मास्टर प्लान बना किया जाएगा विकसित, आसपास के गांवों का भी होगा कायाकल्प
बिहार में शहर के साथ गांव में विकसित किए जाएंगे। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : बक्सर, मोतिहारी, किशनगंज, कटिहार, हाजीपुर, औरंगाबाद समेत 20 शहरों का आयोजना क्षेत्र यानी प्लानिंग एरिया तय हो गया है। इसमें शहर की सीमा के चारों ओर के दर्जनों गांवों को भी शामिल किया गया है, जिससे इसका आकार दस गुणा से भी अधिक बड़ा हो गया है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। आयोजना क्षेत्र तय होने के बाद अब इन शहरों के मास्टर-प्लान पर काम शुरू होगा। आयोजना क्षेत्र तय करने का मकसद शहर व आसपास के इलाकों का सुनियोजित विकास करना है। इसके लिए भूमि का आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक व कृषि उपयोग निर्धारित किया जाएगा। दिल्ली-एनसीआर की तर्ज पर मुख्य शहर के आसपास बसे इन गांवों में भी शहरी सुविधाएं पहुंचाई जाएंगी। पार्क, कालोनी, पेयजल आदि की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। सबसे बड़ी बात कि आयोजना क्षेत्र में शामिल होने के बावजूद शहरी नागरिकों की तरह अतिरिक्त टैक्स नहीं देना होगा।

loksabha election banner
  • 10 गुणा तक बढ़ा दायरा शहरी क्षेत्र की तुलना में
  • 13 शहरों का पहले ही जारी हो चुका है प्लानिंग क्षेत्र
  • 11 अन्य शहरों के प्लानिंग क्षेत्र पर चल रहा है काम

गांवों में भी अब पास कराना होगा नक्शा

आयोजना क्षेत्र में शामिल हुए गांवों में भी अब आवास निर्माण के लिए नक्शा पास कराना जरूरी होगा। इसके लिए जिला मुख्यालय में आयोजना क्षेत्र प्राधिकार का कार्यालय रहेगा। आयोजना क्षेत्र के विकास के लिए एक समिति भी होगी, जिसमें आयुक्त, डीएम, एसडीओ, कार्यपालक अभियंता समेत शहरी निकायों के कुछ जन-प्रतिनिधि भी होंगे। 

इन शहरों का पहले से तय है आयोजना क्षेत्र

राज्य में फिलहाल 44 शहरों के मास्टर-प्लान पर काम चल रहा है। इसके लिए ही इन शहरों का आयोजना क्षेत्र तय किया जा रहा है। इसके पूर्व 13 बड़े शहरों का आयोजना क्षेत्र तय किया जा चुका है। इसमें पटना, गया, बोधगया, राजगीर, आरा, मुजफ्फरपुर, बिहारशरीफ, सहरसा, पूर्णिया, छपरा, दरभंगा, मुंगेर-जमालपुर और बेगूसराय शामिल हैं। इसमें पटना का मास्टर-प्लान तैयार भी हो चुका है, जबकि बाकी शहरों में प्रक्रिया जारी है।

जिला   आयोजना क्षेत्र  शहरी क्षेत्र  ग्रामीण क्षेत्र  राजस्व ग्रामों की संख्या

  • मोतिहारी  272.05     93.62       178.42     56
  • बक्सर     394.21       24.45     369.76     251
  • किशनगंज 192.60      29.12     163.48      73
  • कटिहार   410.19       28.38     381.81     134
  • सासाराम   213.63     151.71      61.92      42
  • डेहरी      209.80     17.80       192         89
  • औरंगाबाद 97.87       17.86       80.01      47
  • हाजीपुर   427.24       20.08      407.16     397
  • मधुबनी    144.66        46.56      96.66       38
  • भभुआ     115.66         6.38      109.28      104
  • सीतामढ़ी   99.23        55.81      43.42        16
  • फारबिसगंज 75.77        7.49       68.28        16
  • अररिया     160.40       30.40      130         29
  • खगडिय़ा   183.98       4.13       179.85      29
  • लखीसराय  158.06      24.76      133.30      86
  • बगहा       283.16      45.72      237.44      63
  • बेतिया     242.46       63.73      175.50      52
  • सिवान     262.56       44.13      218.43     116
  • जमुई     117.71        25.88      91.83      50
  • शिवहर     146.91        21.31      125.60      46  

(नोट : क्षेत्र वर्ग किलोमीटर में)


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.