BSEB result 2019: 10 दिनों में OFSS के तहत इंटर में नामांकन को जारी होगी सूचना
मैट्रिक का रिजल्ट आने के बाद इंटर में नामांकन की जद्दोजहद शुरू हो जाएगी। पहले की तरह इस वर्ष परीक्षार्थियों को नामांकन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। OFSS बेहतर और सुरक्ष विकल्प होगा।
पटना, जेएनएन। मैट्रिक के बाद छात्रों को अब इंटर में नामांकन कराने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। पिछले वर्ष की तरह ही किसी भी इंटर कॉलेज और उच्च माध्यमिक स्कूल में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन ओएफएसएस पोर्टल पर स्वीकार किए जाएंगे। ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) सॉफ्टवेयर के माध्यम से 11वीं कक्षा में नामांकन प्रक्रिया होगी। इसके लिए बिहार बोर्ड की ओर से अगले 10 दिनों में ओएफएसएस नामांकन प्रक्रिया की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
बताया जाता है कि इसके माध्यम से सूबे के लगभग 33 सौ इंटरमीडिएट स्तर के स्कूल व कॉलेजों में नामांकन होगा। परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बोर्ड अब ओएफएसएस से इंटर के लिए नामांकन प्रक्रिया आरंभ करने की तैयारी करेगा। अगले 10 दिनों में इससे संबंधित सूचना जारी कर दी जाएगी। अब राष्ट्रीय बोर्ड के मैट्रिक परिणाम आने के बाद आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी।
मेधा सूची के आधार पर होगा कॉलेजों का आवंटन
ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स (ओएफएसएस) सॉफ्टवेयर के माध्यम से 11वीं कक्षा में नामांकन के लिए छात्रों की मेधा सूची के आधार पर कॉलेजों का आवंटन किया जाएगा। छात्र नामांकन के लिए वेबसाइट पर आवेदन करेंगे। इसके लिए 300 रुपये शुल्क तय किया गया है। छात्र एक साथ अपने पसंद के 20 इंटर स्कूल और कॉलेजों का विकल्प चुन सकते हैं।
वर्ष 2018 से 11.8 फीसद अधिक रहा रिजल्ट
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से जारी वार्षिक माध्यमिक परीक्षा का परिणाम वर्ष 2018 से 11.8 फीसद अधिक रहा। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2019 में 80.73 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं, वर्ष 2018 में 68.89 प्रतिशत था। वार्षिक माध्यमिक परीक्षा, 2019 में 16 लाख 35 हजार 70 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें आठ लाख आठ हजार सात सौ 36 छात्र एवं आठ लाख 26 हजार तीन सौ 34 छात्राएं शामिल थीं। परीक्षा के लिए 16 लाख 60 हजार छह सौ नौ छात्रों ने परीक्षा फॉर्म भरा था।
इसमें 221 विद्यार्थियों को कदाचार के कारण परीक्षा से निष्कासित किया गया। वर्ष 2019 में दो लाख 90 हजार छह सौ 66 प्रथम श्रेणी, पांच लाख 56 हजार एक सौ 31 छात्र द्वितीय श्रेणी तथा चार लाख 54 हजार चार सौ 50 परीक्षार्थी तृतीय श्रेणी से पास हुए। परीक्षा में कुल 13 लाख 20 हजार 36 पास हुए है, इसमें छह लाख 83 हजार नौ सौ 90 छात्र एवं छह लाख 36 हजार 64 छात्राएं शामिल है।
तीन लाख से अधिक छात्रों को कंपार्टमेंटल में मौका
मैट्रिक में तीन लाख 14 हजार आठ सौ 13 परीक्षार्थी फेल हुए हैं। इन छात्रों को मैट्रिक कंपार्टमेंटल परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। परीक्षा के लिए 14 सौ 18 परीक्षा केंद्र बनाया गया था। परीक्षा 21 फरवरी से 28 फरवरी तक आयोजित की गई थी।
आंकड़ा परीक्षा
छात्रों की संख्या - 8,22,842
छात्राओं की संख्या - 8,37,767
कुल संख्या - 16,60,609
परीक्षा में सम्मिलित परीक्षार्थी
छात्रों की संख्या - 8,08,736
छात्राओं की संख्या - 8,26,334
कुल संख्या - 16,35,070
उत्तीर्ण छात्र उत्तीर्ण का प्रतिशत
प्रथम श्रेणी छात्र - 1,82,210
छात्रा 1,08,456
कुल 2,90,666
द्वितीय श्रेणी
छात्र - 2,89,316
छात्रा 2,66,815
कुल 5,56,131
तृतीय श्रेणी छात्र - 2,05,631
छात्रा 2,48,819
कुल 4,54,450
कुल उत्तीर्ण - 13,20,036 80.73:
कुल उत्तीर्ण छात्र 6,83,990
कुल उत्तीर्ण छात्राएं 6,36,046
कुल असफल - 3,14,813
लम्बित परीक्षाफल - 179
कुल निष्कासित - 221