मशरूम उत्पादन को लेकर 200 घंटे का प्रशिक्षण शुरू
ग्राम निर्माण मण्डलकृषि विज्ञान केंद्र सर्वोदय आश्रम सोखोदेवरा में मशरूम उत्पादन के जरिए युवाओं के लिए रोजगार सृजन करने के उद्देश्य से गुरुवार को 200 घंटे का प्रशिक्षण शुरू हुआ।
ग्राम निर्माण मण्डल,कृषि विज्ञान केंद्र सर्वोदय आश्रम सोखोदेवरा में मशरूम उत्पादन के जरिए युवाओं के लिए रोजगार सृजन करने के उद्देश्य से गुरुवार को 200 घंटे का प्रशिक्षण शुरू हुआ। उद्घाटन केवीके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. रंजन कुमार सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा कम लागत व समय में अच्छी आय का सृजन कर सकते हैं। कोर्स कॉर्डिनेटर डॉ. जयवंत कुमार सिंह ने पहले दिन मशरूम के उत्पादन से जुड़ी प्रारंभिक जानकारी दी। मशरूम की खेती कैसे की जाती है,इसमें किस तरह से मुनाफा प्राप्त किया जाता है, मशरूम खाने के क्या फायदे हैं,इसकी कौन-कौन सी प्रजाति होती है, इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से बताया गया। केवीके के वैज्ञानिक कल्पना सिन्हा ने कहा कि मशरूम काफी पौष्टिक एवं स्वास्थ्य वर्द्धक खादय पदार्थ है, जो एनीमिया,रक्तचाप, डायबिटीज,गैस्ट्रोइंट्रोटाइटिस में काफी फायदेमंद है। यह कैंसर रोधी खाद्य पदार्थ भी है। केवीके के वैज्ञानिक निरंजन प्रसाद सिंह ने भी प्रशिक्षणार्थियों को मशरूम उत्पादन को लेकर तकनीक बताया। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ धनंजय कुमार ने मशरूम के कई किस्मों को बताते हुए उसमें लगने वाले रोग एवं उसके निदान की संक्षिप्त जानकारी दी। मौके पर उद्यान वैज्ञानिक विकास कुमार, सुमित रंजन,नीलम कुमारी, निशांत कुमार,पिटू पासवान आदि मौजूद थे।