सूबे में महिलाएं सुरक्षित नहीं : माले
अपनी मांगों को लेकर माले कार्यकर्ताओं ने प्रजातंत्र चौक के समीप रैन बसेरा में धरना ।
नवादा। अपनी मांगों को लेकर माले कार्यकर्ताओं ने प्रजातंत्र चौक के समीप रैन बसेरा में धरना दिया। अध्यक्षता सावित्री देवी ने की। कथित रुप से भारत बंद के दौरान महिला आंदोलनकारियों को निर्वस्त्र करने और शाहपुर ओपी क्षेत्र के बहरी बिगहा गांव में अनुसूचित जाति के लोगों की पुलिस पिटाई के खिलाफ में धरना दिया गया। ऐपवा की जिला सचिव सावित्री ने कहा कि भारत बंद के दौरान पुलिस ने महिला आंदोलनकारियों के साथ बदसलूकी की। बंद के बाद पार्टी कार्यालय जा रही तीन महिलाओं को निर्वस्त्र करने की कोशिश की गई। पार्टी के किसान नेता जगदीश चौहान ने कहा कि तथाकथित कानून के राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। कहीं अपराधी तो कहीं पुलिस महिलाओं को अपमानित करने का काम कर रही है। यह बेहद शर्मनाक स्थिति है। महंगाई की मार झेल रहे आम जनों को राहत दिलाने के बाद भारत बंद किया गया था, लेकिन पुलिस की हरकत से महिलाओं को शर्मसार होना पड़ा है। वहीं बहरी बिगहा गांव में रात में सो रहे अनुसूचित जाति के लोगों के घर में घुसकर पुलिस ने पुरुष व महिला सदस्यों की पिटाई कर दी। उन्होंने ऐसे पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन को तेज किया जाएगा। साथ ही माले नेताओं पर दर्ज किए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग की है। मौके पर सुदामा देवी, राजो चौधरी सहित कई पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे।