प्राचीन शिव मंदिर का जनसहयोग से किया जा रहा जीर्णोद्धार
कौआकोल प्रखंड मुख्यालय से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित व रानीबाजार गांव की सीमा पर बसे पहाड़ी पर दशकों पूर्व 1952 ईस्वी में शिव मंदिर का निर्माण कराया गया था।
कौआकोल : प्रखंड मुख्यालय से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित व रानीबाजार गांव की सीमा पर बसे पहाड़ी पर दशकों पूर्व 1952 ईस्वी में शिव मंदिर का निर्माण कराया गया था। इस मंदिर का निर्माण रानीबाजार गांव के ही शिवनंदन चौरसिया एवं रामचरण साव उर्फ भगत जी ने ग्रामीणों के सहयोग से करवाया था। ग्रामीणों के अनुसार पहाड़ी पर इस शिवालय के रहने के कारण आस पास के दर्जनों गांव के लोग यहां सावन एवं अन्य माह में पूजा करने आया करते थे। यहां तक कि शिवरात्रि में यहां भव्य मेला का भी आयोजन किया जाता था। परन्तु धीरे धीरे लोगों की अनदेखी के कारण यह धरोहर समाप्त होते जा रहा था। जिसके बाद लॉक डाउन में विभिन्न जिलों एवं प्रदेशों से आए गांव के युवाओं में इस मंदिर के जीर्णोद्धार कराने का विचार आया। जिसके बाद आनन फानन में एक कमेटी बनाई गई। कमेटी के अध्यक्ष अंकित कुमार सिंह के नेतृत्व में दर्जनों युवा मंदिर जीर्णोद्धार कार्य मे अपनी अपनी सहभागिता निभाने का आश्वासन दिया। बस फिर क्या,युवाओं की टीम ने अपनी अपनी निजी सहयोग व आपस में चंदा इकठ्ठा कर मंदिर को भव्य रूप देने की तैयारी में जुट गए हैं। मंदिर जीर्णोद्धार कार्य में हाथ बंटा रहे योगी त्यागनाथ, विपिन चौरसिया, अजित चौरसिया, सतीश कुमार, सुमित, मनोहर, मोनू, मुकेश, प्रमोद, संतोष, गुड्डू, राजा आदि ने बताया कि श्रद्धालुओं को मुख्य सड़क से मंदिर तक पहुंचने के लिए मार्ग सुगम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर का रंगाई पुताई कार्य एवं मंदिर में टाइल्स लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है।