प्रसूता की मौत होने पर निजी क्लीनिक सील, फर्जी डॉक्टर पर प्राथमिकी दर्ज
नगर के पुरानी जेल रोड मोहल्ला स्थित एक निजी क्लीनिक में शुक्रवार रात प्रसूता की मौत के मामले में शनिवार रात प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मृतका के देवर सुधीर कुमार दास ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।
नगर के पुरानी जेल रोड मोहल्ला स्थित एक निजी क्लीनिक में शुक्रवार रात प्रसूता की मौत के मामले में शनिवार रात प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मृतका के देवर सुधीर कुमार दास ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें महिला का ऑपरेशन करने वाले एक फर्जी डॉक्टर और सदर अस्पताल से बहला-फुसलाकर निजी अस्पताल ले जाने वाली आशा कार्यकर्ता पंचाली देवी और रंजू देवी को आरोपित किया गया है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए रविवार को निजी क्लीनिक को सील कर दिया। बताया गया कि अहिल्या जांच घर के टॉप फ्लोर पर चार कमरों को सील किया गया है। क्लीनिक में रखे ऑपरेशन में प्रयुक्त होने वाले कई उपकरणों को जब्त कर थाने लाया गया है। इंस्पेक्टर संजीव कुमार के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई। जिसके बाद अवैध रूप से नर्सिंग होम संचालकों के बीच हड़कंप मच गया।
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क्या है मामला
- रजौली थाना क्षेत्र के धमौल गांव निवासी मिथुन दास की पत्नी आरती देवी को शुक्रवार को प्रसव के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया गया। इसी दौरान उक्त दोनों आशा कार्यकर्ता मरीज व उनके तीमारदारों को बहला-फुसलाकर पुरानी जेल रोड स्थित अहिल्या जांच घर के टॉप फ्लोर पर लेते गई। वहां ऑपरेशन के जरिए प्रसव कराने की बात बताई गई। जब मरीज के तीमारदार अन्यत्र जाने लगे तो उन लोगों ने विलंब होने पर मरीज की मौत की बात कही। भयवश महिला का ऑपरेशन कराया गया। जिसमें महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया और फिर उसकी मौत हो गई। जिसके बाद जांच घर के कर्मचारियों ने गाली-गलौज करते हुए वहां से भगा दिया। जबकि नवजात बच्ची को एक दूसरे निजी क्लीनिक में दाखिल कराया गया। मृतका के देवर ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि छानबीन में पता चला कि ऑपरेशन करने वाला चिकित्सक फर्जी है और क्लीनिक में ऑपरेशन से संबंधित उपकरण नहीं हैं। ऑपरेशन के लिए 50 हजार रुपये की वसूली भी की गई।
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मृतका के स्वजनों की लाठी-डंडे से की गई थी पिटाई
- शनिवार की शाम मृतका का शव लेकर क्लीनिक पहुंचे स्वजनों के साथ मारपीट की गई। लाठी-डंडे से उनकी पिटाई की गई। गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया गया। जिसके बाद लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। इसकी जानकारी मिलते ही नगर थाने की पुलिस और पैंथर जवान वहां पहुंच गए और स्थिति को नियंत्रित किया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। सदर एसडीएम अनु कुमार, एसडीपीओ विजय कुमार झा, नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार अस्पताल पहुंचे और मृतका के स्वजनों से घटना की पूरी जानकारी ली।
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नवजात बच्ची ने भी तोड़ा दम
- हंगामे के बाद नवजात बच्ची को शनिवार की रात में ही सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया। हालांकि बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए वहां से भी रेफर कर दिया गया था, लेकिन प्रसूता की मौत और हंगामे की वजह से परिवार के सदस्य बच्ची को दूसरे अस्पताल नहीं ले जा सके। रविवार दोपहर दो बजे नवजाम ने भी दम तोड़ दिया। दूसरी ओर, सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती नवजात बच्ची ने भी दम तोड़ दिया। वार्ड में प्रतिनियुक्त स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि परिवार के सदस्यों को इसकी जानकारी दे दी गई है।