प्राचार्यों को सिखाए जाएंगे तनाव मुक्ति के गुर
जिले के प्राथमिक से लेकर इंटर विद्यालयों के प्रधानों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें तनाव से मुक्ति के गुर सिखाए जाएंगे। इसके साथ ही लीडरशीप व प्रबंधन का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जिले के प्राथमिक से लेकर इंटर विद्यालयों के प्रधानों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें तनाव से मुक्ति के गुर सिखाए जाएंगे। इसके साथ ही लीडरशीप व प्रबंधन का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण राष्ट्रीय शैक्षिक योजना के तहत दिया जाएगा। विभागीय निर्देश मिलते ही इस दिशा में कवायद आरंभ कर दी जाएगी। प्रशिक्षण आरंभ होने के पूर्व विद्यालय प्रधानों को ऑनलाइन निबंधन कराना होगा। प्रशिक्षण के दौरान विद्यालय के प्रधानों को सट्रेस मैनेजमेंट के साथ ही कॅरियर कांउसि¨लग के गुर सिखाए जाऐंगे। इसमें जिले के सभी प्राथमिक से लेकर इंटर विद्यालयों के प्रधानों को शामिल किया जाएगा।
विभागीय सूत्रों के अनुसार सरकारी विद्यालयों के प्रधानों को काम को लेकर काफी तनाव का सामना करना पड़ता है। उन्हें शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही विद्यालय प्रबंधन की जिम्मेवारी संभालनी पड़ती है। ऐसे में काम का बोझ व तनाव के चलते वे शैक्षणिक कार्यों की ओर ध्यान नहीं दे पाते हैं। लिहाजा विभाग ने उन्हें तनाव से मुक्त रहने के गुर सिखाने का निर्णय लिया है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि विद्यालयों में ज्यादा काम होने के बाद भी उन्हें तनाव का अनुभव नहीं हो पाएगा। प्रधान अपने आपको हमेशा तनावमुक्त व तरोताजा अनुभव करेंगे।
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होगी कॅरियर कॉउसि¨लग
- विद्यालय प्रधानों को कॅरियर कॉउसि¨लग से संबंधित गाइडलाइन की जानकारी दी जाएगी। प्रधानों को टीम लीडरशिप के महत्वपूर्ण पहलुओं व विद्यालय वीजन व प्रबंधन की बारीकियों की जानकारी भी दी जाएगी। प्रधानों को विद्यालय प्रबंधन, भौतिक व मानवीय संसाधनों का का सही उपयोग, सहायक शिक्षकों के साथ मेल जोल, बच्चों को विभिन्न तरीके से प्रोत्साहित करने व उनके भीतर आत्मविश्वास जगाने तथा कमजोर बच्चों की पहचान कर उनके लिए अलग से विशेष प्रयास करने के भी गुर सिखाए जाएंगे। विभागीय निर्देश मिलते ही योजना पर शुभारंभ कर दिया जाएगा।