पद्म अवार्ड के लिए नवादा के राहुल नामित
- पूर्व में अर्जित कर चुके हैं राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अवार्ड - कला व समाज के क्षेत्र में कर
- पूर्व में अर्जित कर चुके हैं राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अवार्ड
- कला व समाज के क्षेत्र में कर रहे है कई काम
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फोटो-10
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संस, नवादा : शहर के युवा सिने अभिनेता राहुल वर्मा को पद्म अवार्ड के नामित किया गया है। जिसके बाद कला क्षेत्र से जुड़े लोगों में काफी उत्साह है। सिने अभिनेता राहुल ने बताया कि इस अवार्ड के लिए नामित किया जाना ही किसी सम्मान से कम नहीं है। वे कहते हैं कि कभी सोचा नहीं था कि भारत सरकार की तरफ से मुझे इसके लिए नॉमिनेट भी किया जाएगा। समाज के प्रति मेरी जो जिम्मेदारी है, मैंने निभाने की पूरी कोशिश की। मेरी मेहनत, त्याग और तपस्या को भारत सरकार ने समझा और मुझे उस योग्य माना। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। मै इसे ही अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानता हूं। गौरतलब है कि पद्म श्री अवार्ड भारत सरकार की तरफ से देश का नाम रौशन करने वाले और अपने क्षेत्र में कुछ विशेष करने वाले लोगों को मिलता है। हर साल की तरह इस साल भी देशभर से विशिष्ट लोगों को नॉमिनेट किया गया है, जिसमे राहुल वर्मा का भी नाम शामिल है।
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मुंबई के दोस्त ने किया प्रोत्साहित
- राहुल बताते हैं कि इसके लिए बकायदा फॉर्म भरा जाता है। मुंबई के दोस्त डॉ. अशोक मिलिद ढोके ने इसके लिए प्रेरित किया। फॉर्म भरने के लिए तीन दिनों तक मेहनत की। फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी इकट्ठा की और फिर उसे भरकर ऑनलाइन भेजा। कला व समाज के क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी को साझा किया। पर्यावरण, शिक्षा आदि सामाजिक बिदुओं पर बनाई गई लघु फिल्म के बारे में जानकारी दी। गत चुनाव में आइकॉन के रूप में किए गए कार्यों और अनुभवों को साझा किया। जल जीवन हरियाली पर बनाई गई लघु फिल्म के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा सामाजिक क्षेत्र में किए गए कार्यों की जानकारी दी। जिसके बाद 15 सितंबर को उन्हें अवगत कराया गया कि पद्म अवार्ड के लिए उन्हें नामित किया गया है।
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स्वजनों व साथियों में उत्साह
- पद्म अवार्ड के लिए नामित किए जाने के बाद उनके स्वजनों व साथियों में काफी उत्साह है। राहुल के पिता अशोक वर्मा कहते हैं कि बेटे ने जब साइंस की पढ़ाई छोड़ एक्टिग में कदम रखा तो मुझे तनिक भी विश्वास नहीं था कि यह अपने करियर में आगे बढ़ेगा। लेकिन अब मुझे मेरे बेटे पर गर्व होता है। इसने मेरा ही नहीं बिहार का मान बढ़ाया है। बता दें कि राहुल सामाजिक मुद्दों पर लघु फिल्में बनाते हैं और देश विदेश में इनकी फिल्में प्रदर्शित भी हुई हैं। इससे पहले भी राहुल को कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मान भी मिल चुका है।