नवादा डीएम ने कहा, अधिकारी हरेक टोले-मोहल्ले में पेयजल सुविधा को दें प्राथमिकता
नवादा। जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान स्वास्थ्य विद्युत पीएचईडी कृषि अग्निशमन पशुपालन आदि विभागों से संबंधित बाढ़ के पूर्व और सुखाड़ की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को संभावित स्थिति से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
नवादा। जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ एवं सुखाड़ से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान स्वास्थ्य, विद्युत, पीएचईडी, कृषि, अग्निशमन, पशुपालन आदि विभागों से संबंधित बाढ़ के पूर्व और सुखाड़ की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को संभावित स्थिति से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। पेयजल को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। इसके लिए पीएचईडी और जिला पंचायती राज पदाधिकारी को जिले के नल-जल योजना को अविलंब ठीक कर सुचारू रूप से संचालन करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
बच्चों को जेई का टीकाकरण 69 प्रतिशत : सीएस
सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि जेई का टीकाकरण 96 प्रतिशत बच्चों को कर दिया गया है। दवा की कोई कमी नहीं है। सभी एमओआइसी साप्ताहिक ब्रीफिग करते हैं। अभी जापानी इंसेफलाइटिस रोगियों की संख्या नहीं है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि 182 पंचायतों में से 169 पंचायतों में वर्षा मापी यंत्र स्थापित कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर सभी पंचायतों में वर्षा मापक यंत्र लगाना सुनिश्चित करें।
सभी जगहों पर नल-जल को एक सप्ताह में सुचारू करवाएं
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि जिन पंचायतों में नल-जल नहीं चालू किया गया है, वहां एक सप्ताह के अंदर गुणवत्ता के साथ चालू कराना सुनिश्चित करें। ताकि किसी भी व्यक्ति को जल का संकट का सामना नहीं करना पड़े।
जिलाधिकारी ने कहा कि वरीय उप समाहर्ता को नियंत्रण कक्ष की निगरानी में लगाएं, जो आने वाले सभी समस्याओं का 4 घंटे के अंदर समाधान कराना सुनिश्चित करें। पीएचइडी कार्यालय में नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 06324 210036 और मोबाइल नंबर 85444 28567 है। जल संकट उत्पन्न होने पर कोई भी इस नंबर पर संपर्क स्थापित कर निदान पा सकते हैं। अब तक 1435 खराब चापाकल को मरम्मत कर चिन्हित गांव में पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी मरम्मत किए गए चापाकल का निरीक्षण प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें।
पेयजल संकट से निजात को लेकर चौकस रहें विभागीय अधिकारी
किसी भी घर में पेयजल की कमी नहीं होनी चाहिए। अन्यथा संबंधित अधिकारी पर विधि सम्मत कार्रवाई होगी। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि मेसकौर प्रखंड के वैसे 11 वार्ड में योजना सफल नहीं हुई है, जहां भूमिगत जल का अभाव है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जहां भी पानी का स्त्रोत है, वहां से जलापूर्ति करना सुनिश्चित करें। टैंकर से पानी पहुंचाना स्थाई उपाय नहीं है। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि जिले में कुल 31 हजार चापाकल हैं, जो सभी चालू हालत में है।
नारदीगंज प्रखंड सीतारामपुर मैं टैंकर से पानी आपूर्ति हो रही है। नल-जल की योजना निर्माणाधीन है। उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर को निर्देश दिया गया कि वहां जाकर जांच करें । साथ ही तीन दिनों के अंदर हर घर नल-जल की योजना चालू करवाना सुनिश्चित करें। पशुओं को पानी पिलाने के लिए बने 22 नाद, अभी 18 चालू
जिले में पशुओं को पेयजल के लिए 22 पशु नाद का निर्माण किया गया है। जिसमें 18 अभी चालू हैं। बैठक में उज्जवल कुमार सिंह अपर समाहर्ता, निर्मला कुमारी सिविल सर्जन, उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, सुजीत कुमार आपदा प्रभारी, सत्येंद्र प्रसाद जिला सूचना जनसंपर्क अधिकारी, लक्ष्मण प्रसाद जिला कृषि अधिकारी और सभी अंचलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।