शिक्षा के बिना मनुष्य का जीवन अंधकारमय: डा. सुनीति कुमार
रविवार को बुद्धिजीवी विचार मंच की ओर से अकबरपुर प्रखंड के सेबैया-गोपालपुर के गोपालपुर गांव में शिक्षा जागरूकता की प्रभातफेरी की गई। मंच की ओर से हरेक रविवार को जिले के किसी ने किसी गांव अथवा टोले में इस तरह का कार्यक्रम किया जाता है। कार्यक्रम में गोपालपुर गांव के छोटे-छोटे बच्चों बच्चों के अभिभावक मंच से जुड़े तमाम बुद्धिजीवी प्रबुद्धजनों ने योगदान दिया।
नवादा । रविवार को बुद्धिजीवी विचार मंच की ओर से अकबरपुर प्रखंड के सेबैया-गोपालपुर के गोपालपुर गांव में शिक्षा जागरूकता की प्रभातफेरी की गई। मंच की ओर से हरेक रविवार को जिले के किसी ने किसी गांव अथवा टोले में इस तरह का कार्यक्रम किया जाता है। कार्यक्रम में गोपालपुर गांव के छोटे-छोटे बच्चों, बच्चों के अभिभावक, मंच से जुड़े तमाम बुद्धिजीवी प्रबुद्धजनों ने योगदान दिया। शिक्षा जागरूकता गीत के माध्यम से बच्चों व उनके माता-पिता को पढ़ाई-लिखाई के महत्व को बताया गया। प्रभातफेरी गांव के हरेक गली-मोहल्ले से होकर गुजरी। इस दौरान बच्चे अपने-अपने हाथों में शिक्षा जागरूकता से जुड़ा कई श्लोगन लिखा हुआ तख्ती लिए हुए थे। मंच के संरक्षक डा. सुनीति कुमार ने पूरे गांव में घूमकर छोटे बच्चों से नियमित रूप से स्कूल जाने के लिए कहा। बेटा-बेटी सबको पढ़ाने पर जोर दिया। अभिभावकों से अपने बच्चों को शिक्षा के प्रति ललक बढ़ाने के लिए प्रेरित करने को कहा। डा. सुनीति कुमार ने कहा कि शिक्षा के जरिए ही लोकतंत्र में हम अपने अधिकारों को हासिल कर सकते हैं। शिक्षा के बिना व्यक्ति का जीवन अंधकारमय हो जाता है। बुद्धिजीवी विचार मंच की ओर से इस तरह का शिक्षा जागरूकता कार्यक्रम विगत कई वर्षों से अनवरत किया जा रहा है। कार्यक्रम में मंच के संयोजक सेवानिवृत्त शिक्षक अबधेश कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक पवन कुमार, रामविलास यादव, गायक राकेश कुमार , चंदेश्वर यादव, समाज सेवीउदय शंकर सिंह, शंकर यादव, एडवोकेट शिवनंदन प्रसाद, दिलीप पासवान, अरुण कुमार लहेरी, श्रीकृष्ण अकादमी से प्राचार्या बी.के.एन.सिंह, जावेद सर, बिपीन कुमार, व्यास जी, गौतम साहा व तेयार के ग्रामीण चिकित्सक मुकेश कुमार ने भाग लिया। गोपालपुर तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने की जरूरत
गोपालपुर एक टोलों में बटा हुआ गांव है। जो आम बिहारी गांव जैसा ही है। लोग जीवन यापन में जूझते नजर आए। एक प्राथमिक विद्यालय भी दिखा जो अपनी लाचारी व्यक्त कर रहा है। डा. सुनीति कुमार ने कहा कि इस गांव में एक बार पहले भी प्रभातफेरी की गई थी। अभिवावकों की मिटिग भी हुई थी। प्रभातफेरी में बच्चों और बडों की संख्या अच्छी खासी रही। लोगों में उत्सुकता भी दिखी।