कौआकोल के 94 प्रखंड शिक्षकों का नियोजन रद
नवादा। कौआकोल प्रखंड में द्वितीय चरण के शिक्षक नियोजन को रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही
नवादा। कौआकोल प्रखंड में द्वितीय चरण के शिक्षक नियोजन को रद्द कर दिया गया है। इसके साथ ही नियोजित 94 शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं। नियोजन रद्द होने से संबंधित आदेश डीईओ गोरख प्रसाद ने जारी कर दिया है। आवेदन पंजी में छेड़छाड़ किए जाने को लेकर यह कार्रवाई की गई है। इस बाबत डीईओ ने जारी आदेश में निर्देश का अनुपालन नहीं होने की स्थिति में नियोजन इकाई के विरुद्ध अनुशासनिक व कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। एक दिन पूर्व 7 सितंबर को हुई जिला बीस सूत्री की बैठक में प्रभारी मंत्री के समक्ष वर्ष 2008 के फर्जी नियोजन को रद्द करने की मांग उठी थी। तब मंत्री ने उक्त निर्देश दिया था।
गौरतलब है कि इसी साल जनवरी-फरवरी में हुए नियोजन के बाबत बड़े पैमाने पर शिकायतें मिलने के बाद डीएम मनोज कुमार ने 5 मार्च 2016 को जांच का आदेश दिया था। जिसके आलोक में डीईओ ने जांच की थी। जांच में पाया गया था कि 21 जनवरी 2009 को प्रखंड शिक्षकों के 94 रिक्तियों के विरुद्ध 436 अभ्यर्थियों का काउंस¨लग हुआ था। पर उस काउंस¨लग के आलोक में मेधा सूची का निर्माण नहीं हुआ। कौआकोल के प्रखंड नियोजन इकाई के कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ से मामले में पूछताछ की गई। जिसमें बीडीओ द्वारा उपलब्ध कराया गया नियोजन संबंधी अभिलेख नियोजन की वैद्यता जांच के लिए बिल्कुल अपर्याप्त पाया गया था। नियोजन के लिए दिए मूल आवेदन के साथ किया गया था छेड़छाड़
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा 2008 के नियोजन संबंधी उपलब्ध कराए गए प्रतिवेदन में कहा गया था कि विगत दो वर्षो से नियोजन संबंधी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डीईओ ने अभिलेख के जांच में पाया कि कौआकोल में द्वितीय चरण शिक्षक नियोजन में आवेदकों द्वारा लिए गए मूल आवेदन को बदल कर नए आवेदकों से आवेदन प्राप्त कर मूल आवेदन पंजी में छेड़छाड़ किया गया। तब डीईओ ने नियोजन को अवैध करार देते हुए रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दी थी। लेकिन शिक्षक स्कूलों में जमे थे। 20 सूत्री की बैठक में मामला उठने के बाद नियोजन को रद्द किया गया।