आम के पेड़ों में निकला मंजर, कीटनाशक का करें छिड़काव
वसंत ऋतु में बाग-बगीचे लोक-लुभावन लगने लगते हैं। तरह-तरह के फूल खिलने लगते हैं। इसी सीजन में आम के पेड़ों में सुनहले रंग के मंजर भी निकलते हैं।
वसंत ऋतु में बाग-बगीचे लोक-लुभावन लगने लगते हैं।
तरह-तरह के फूल खिलने लगते हैं। इसी सीजन में आम के पेड़ों में सुनहले रंग के मंजर भी निकलते हैं। नवादा जिले के तमाम प्रखंड क्षेत्रों में आम के मंजर इन दिनों दिखने लगे हैं। जिसपर मधमुक्खी-भौंरा भी रस चूसने के लिए मंडरा रहे हैं। इस बीच उद्यान के विशेषज्ञ किसानों को एहतिआतन सुरक्षा के रूप में कीटनाशक दवा का छिड़काव करने की भी सलाह दे रहे हैं। केवीके, सेखोदेवरा के रिटायर्ड कृषि वैज्ञानिक एस.के.मिश्रा ने बताया कि आम का मंजर निकलना शुरू हो गया है। ऐसे में जिन भी बाग-बगीचों में आम के मंजर निकल गए हैं उनपर कीटनाशक व फफूंदीनाशक दवा का छिड़काव किया जा सकता है। एक लीटर पानी में 2 एमएल दवा मिलाकर किसान छिड़काव करें। ध्यान रखें इस दवा का छिड़काव मंजर का फूल खिलने से पहले करना है। फूल जब खुल जाए और उसमें मटर के दाना समान फल लगना शुरू हो जाए तो इस दवा का स्प्रे बिल्कुल नहीं करें। इस तरह की दवा छिड़काव के एक माह बाद दोबारा से दवा का छिड़काव करें। श्री मिश्रा किसानों को आम के पेड़ों पर सूक्ष्मपोषक तत्व की निर्धारित मात्रा में भी छिड़काव करने की सलाह देते हैं।
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सहजन के पेड़ भी फूलों से लदे
सहजन(मुनगा) जो कि काफी पौष्टिककारक होता है उसमें भी सभी जगह सफेद फूल आ गए हैं। इस बार अच्छी मात्रा में इसके फूल लगे हैं। उम्मीद है कि इस बार लोगों को अधिक सहजन खाने का अवसर प्राप्त होगा। स्थानीय लोगों को इस बात की खुशी है कि इस बार सहजन की उपज अच्छी होगी। वैसे नवादा के सब्जी मंडी में अभी से ही इसकी बिक्री हो रही है। जो झारखंड के जंगल क्षेत्रों, गांवों से होकर आ रही है।