जिले में मांस-मछली के कारोबार पर पड़ रहा असर, बिक्री में आई कमी
जिले में पिछले कुछ दिनों से मांस-मछली की बिक्री में कमी आई है। कम संख्या में खरीदार दुकानों पर पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि चीन में फैले कोरोना वायरस की वजह से मांस-मछली का सेवन करने परहेज करने लगे हैं। जिससे कारोबार पर असर पड़ रहा है।
जिले में पिछले कुछ दिनों से मांस-मछली की बिक्री में कमी आई है। कम संख्या में खरीदार दुकानों पर पहुंच रहे हैं। माना जा रहा है कि चीन में फैले कोरोना वायरस की वजह से मांस-मछली का सेवन करने परहेज करने लगे हैं। जिससे कारोबार पर असर पड़ रहा है।
मछली के एक खुदरा विक्रेता ने बताया कि पहले प्रतिदिन 70-80 किलो की बिक्री हो जाती थी। लेकिन अभी 30-40 किलो ही बिक्री हो रही है। दुकानदार ने निराशा भरे शब्दों में कहा कि अभी परीक्षा का समय चल रहा है। पहले परीक्षा के दिनों में बिक्री आम दिनों की तुलना में ज्यादा रहती थी। लेकिन इस साल की बिक्री में कमी आई है। हालांकि बिक्री में कमी क्यों आई है, वे इसका कारण नहीं बता सके। लेकिन दबी जुबान से माना कि कहीं न कहीं, चीन में फैली बीमारी की वजह से लोगों ने मछली का सेवन करना कम कर दिया है। हालांकि मछली के एक थोक विक्रेता ने बिक्री में कमी की बात को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि कारोबार में उतार-चढ़ाव तो होता ही रहता है, पर अभी मछली की बिक्री सामान्य दिनों की तरह ही है। कुछ इसी तरह का विषय मांस व अंडा बेचने वाले दुकानों में आया। बहरहाल, मीट-मछली के कारोबार पर असर पड़ रहा है। बीमारी और संक्रमण से बचने के लिए लोग मांसाहार से दूरी बना रहे हैं।
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क्या है कोरोना वायरस
- कोरोना वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। बाद में यह लक्षण निमोनिया में बदल जाता है और किडनी को प्रभावित करता है। फेफड़े में भी गंभीर संक्रमण होता है और बीमारी से मौत हो जाती है। फिलहाल चीन में इस बीमारी से तबाही मचा रखी है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। वहां से वापस स्वदेश लौटने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जा रही है। नवादा जिले के सिरदला प्रखंड के भट्ट बिगहा के मसीउद्दीन को भी जांच के लिए दिल्ली स्थित दूतावास में रोका गया है।
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बचाव के उपाय
- हाथों को साबुन से धोना चाहिए।
- अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।
- खांसते और छींकते समय नाक और मुंह पर रूमाल या टिश्यू पेपर से ढंककर रखें।
- जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों, उनसे दूरी बनाकर रखें।
- अंडे और मांस के सेवन से बचें। मांसाहार वाले भोजन को पूरी तरह पका कर खाएं।
- जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।