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केजी रेलखंड पर जून से दौड़ेग इलेक्ट्रिक इंजन: डीआरएम

नवादा। केजी रेलखंड पर तिलैया से वारिसलीगंज स्टेशन तक शनिवार को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Mar 2018 11:31 PM (IST)Updated: Sat, 31 Mar 2018 11:31 PM (IST)
केजी रेलखंड पर जून से दौड़ेग इलेक्ट्रिक इंजन: डीआरएम

नवादा। केजी रेलखंड पर तिलैया से वारिसलीगंज स्टेशन तक शनिवार को इलेक्ट्रिक इंजन का ट्रायल किया गया। दानापुर मंडल के डीआरएम रंजन प्रकाश ठाकुर एवं रेलवे संरक्षा आयुक्त पी.के.आचार्या समेत रेलवे के कई अधिकारी इस ट्रायल के दौरान मौजूद थे। इसके साथ ही अधिकारियों ने तिलैया को जंक्शन के रूप में विकसित किए जाने के लिए इलेक्ट्रिफिकेशन लोको का भी ट्रायल किया। डीआरएम ने कहा कि केजी रेलखंड का विद्युतीकरण का काम काफी तेजी से चल रहा है। कार्य अंतिम चरण पर है। दो माह के अंदर कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जून माह से इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन इस रेलखंड पर दौड़ना शुरु हो जाएगा। इसके अलावा दोहरीकरण के काम में तेजी दिख रहा है। वर्ष 2020 तक दोहरीकरण का कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद केजी रेलखंड पर कई एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन भी शुरु हो जाएगा। निरीक्षण के क्रम में आरपीएफ व रेल पुलिस के अधिकारी व जवान सुरक्षा में मुस्तैद दिखे। नवादा रेलवे स्टेशन पर चारों ओर पुलिस जवान को तैनात किया गया था।

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1500 करोड़ रुपये हो रहा है खर्च

डीआरएम ने कहा कि केजी रेलखंड के विद्युतीकरण व दोहरीकरण पर रेल मंत्रालय द्वारा 1500 करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है। किउल से मानपुर तक 124 किमी लंबी रेलवे ट्रैक को दोहरीकरण करने का काम चल रहा है। इस रेलखंड के दोहरीकरण के लिए एक इंच भी जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं है। रेलवे के पास सभी स्थानों के लिए पर्याप्त जमीन है।

पुल-पुलिया का हो रहा निर्माण

- उन्होंने कहा कि दोहरीकरण के लिए रेलखंड पर जगह-जगह पर जरुरत के हिसाब से पुल-पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है। 31 छोटे-बड़े स्टेशनों को जोड़नेवाले इस रेलखंड के दोहरीकरण के लिए 336 पुल-पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है। अधिकांश स्थानों पर निर्माण कार्य शुरु हो चुका है।

आमलोगों में दिखा उत्साह

- इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन के ट्रायल होने की सूचना मिलते ही शहर के लोगों की भीड़ नवादा रेलवे स्टेशन पर जुट गई। इलेक्ट्रिक ट्रेन का ट्रायल को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। लोग ट्रेन देखने के इंतजार में करीब एक घंटे से स्टेशन पर इंतजार कर रहे थे। ट्रेन के पहुंचते ही लोगों में खुशी से झूमने लगे। मानो जंग के मैदान में जीत मिली हो।

आम यात्रियों को हुई परेशानी

- इलेक्ट्रिक इंजन ट्रेन के ट्रायल को लेकर गया-हावड़ा व अन्य पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन विलंब से हुआ। जिसके कारण आम यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोग अपने परिवार के साथ स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ट्रेन आने का इंतजार करते दिखे। यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचने में काफी परेशानी उठानी पड़ी।

कई अधिकारी व कर्मी थे मौजूद

- ट्रायल के दौरान मुख्य परियोजना प्रबंधक अजय कुमार चौधरी, उपमुख्य विद्युत अभियंता विश्वंभर नाथ, वरिष्ठ अनुभाग अभियंता दीपक कुमार, परियोजना प्रबंधक अजीत कुमार, परियोजना अभियंता सुभाष कुमार, सीनियर डीएम कॉíडनेटर पवन कुमार, सीनियर डीओएम पंकज कुमार, डीएनआइ प्रदीप कुमार के अलावा नवादा रेलवे स्टेशन प्रबंधक आइडी चौधरी, दिलीप कुमार, यातायात निरीक्षक ए.के.सुमन, आइओडब्लू तारकेश्वर प्रसाद, सत्येंद्र प्रसाद, राकेश रंजन समेत कई लोग उपस्थित थे।


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