महुआ शराब की भट्ठी में झोंक दिया दर्जनों पेड़
बिहार झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र पर स्थित रजौली प्रखंड के जंगली इलाके में दर्जनों हरे पेड़ों को काटकर इन जंगलों में चल रहे अवैध शराब की
बिहार झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र पर स्थित रजौली प्रखंड के जंगली इलाके में दर्जनों हरे पेड़ों को काटकर इन जंगलों में चल रहे अवैध शराब की भट्ठियों में झोंक दिया गया है। धंधेबाज धड़ल्ले से पेड़ों की कटाई कर शराब निर्माण के लिए जलावन के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे वन संपदा के साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है।
आलम ये कि दर्जनों पेड़ काटे गए हैं और विभाग चुपचाप आंखें मूंद बैठा रहा। ऐसे में व्यवस्था पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। एक तरफ सरकार पर्यावरण बचाने को लेकर पौधारोपण पर जोर दे रही है। दूसरी तरफ वन विभाग जंगल में लगे हरे भरे पेड़ों को बचाने में नाकामयाब साबित हो रही है। अगर आपको हरे पेड़ की कटी हुई खूंटी को देखना हो तो आप रजौली वन क्षेत्र के पिछली, फुलवरिया डैम से सटे जंगली इलाके में देख सकते हैं। पेड़ की खूंटी पर्यावरण की बर्बादी की कहानी बयां कर रही है। कुछ माह पूर्व तक जहां दूर-दूर तक हरियाली फैली थी वहां आज इन हरे पेड़ों के कटने से बिरानगी दिख रही है। फिर भी विभाग वन बचाने का राग अलाप रही है। रजौली वन क्षेत्र में पेड़ों की देखभाल के लिए रेंजर से लेकर वनपाल,वनरक्षी, गार्ड आदि कार्यरत हैं। उसके बाद भी वनों की कटाई होना कई सवाल खड़ा करती है। वन विभाग की लापरवाही से जंगल में बेशकीमती महुआ,शीशम, सखुआ, लिप्टस आदि पेड़ों की कटाई की गई है। इस संबंध में रेंजर विवेकानंद स्वामी ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी। जो भी लोग हरे पेड़ को काटने में संलिप्त होंगे उन पर वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।