नौ माह पूर्व दमन में गुम हुआ बच्चा पहुंचा नवादा
नवादा। जाको राखे साइयां मार सके न कोय..। यह कहावत आज चरितार्थ होती दिखी।
नवादा। जाको राखे साइयां, मार सके न कोय..। यह कहावत आज चरितार्थ होती दिखी। दरअसल, नौ महीने पहले दमन से गुम हुआ बच्चा किसी तरह अपने गृह जिला नवादा पहुंच गया और चाइल्डलाइन ने उस बच्चे को बुधवार को उसकी मां को सौंप दिया। नौ महीने बाद बेटे को पाकर वह खुशी से झूम उठी।
चाइल्डलाइन के परामर्शी आर्यन मोहन ने बताया कि मंगलवार की दोपहर जानकारी मिली कि पुलिस लाइन के समीप लावारिस अवस्था में एक 12 वर्षीय बच्चा भटक रहा है। स्थानीय लोगों ने चाइल्डलाइन के टॉल फ्री नंबर 1098 पर कॉल कर इसकी सूचना दी। जिसके बाद टीम वहां पहुंची और बालक को अपने संरक्षण में ले लिया। इसकी सूचना जिला बाल कल्याण इकाई और बाल कल्याण समिति को भी दी गई। बच्चे को सदर अस्पताल ले जाकर कोरोना की जांच कराई गई। जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आई। तब बच्चे को चाइल्डलाइन कार्यालय लाया गया और उसकी काउंसलिग की गई। बच्चे ने उन्हें बताया कि वह पकरीबरावां के कबला गांव निवासी भोला सिंह का पुत्र है। वह अपने परिवार के साथ दमन में रहता था। पिताजी वहां काम करते हैं। एक दिन ट्यूशन जाने के दौरान किसी ने उसे पकड़ लिया और पटना ले आया। वहां से बाल मजदूरी कराई गई। इसी बीच वह भागकर नवादा आ गया। लेकिन लॉकडाउन की वजह से गांव नहीं जा सका। फलस्वरुप वह नवादा में भी मजदूरी करने लगा।
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6 अक्टूबर 2019 को गुम हुआ था बच्चा
- बरामद बच्चा 6 अक्टूबर 2019 को दमन में गुम हुआ था। उसके पिता भोला सिंह दमन में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं। बेटे को गुम होने की सूचना 7 अक्टूबर को दमन के नानी दमन थाना में दर्ज कराई गई थी। उस वक्त से पूरा परिवार परेशान था। कबला के पैक्स अध्यक्ष बबलू सिंह ने बताया कि गांव में भी बच्चे की गुम होने की सूचना आई थी। इधर भी काफी खोजबीन कराई गई। लेकिन कहीं अता-पता नहीं चल सका था। अब जबकि वह मिल गया है तो पूरा परिवार खुश है।
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मां लेकर गई अपने बेटे को
- बेटे के बरामद होने की सूचना मिलने पर बच्चे की मां चाइल्डलाइन कार्यालय नवादा पहुंची। वहां कागजी कार्रवाई के बाद बच्चे को मां को सौंप दिया गया। बेटे को पाकर वह काफी खुश हुई। इस मौके पर चाइल्डलाइन के जिला समन्वयक राज कुमार, परामर्शदाता आर्यन मोहन और टीम मेंबर गोपाल कुमार मौजूद थे।