छज्जा गिरने से एक की मौत
नवादा। प्रखंड के मोहीउदीनपुर पंचायत की गंभीरपुर गांव में सोमवार की शाम मकान का छज्जा गिर
नवादा। प्रखंड के मोहीउदीनपुर पंचायत की गंभीरपुर गांव में सोमवार की शाम मकान का छज्जा गिरने से एक 45 वर्षीय व्यक्ति की मौत घटना स्थल पर हो गई। पंचायत के मुखिया नागेन्द्र राम ने बताया कि ग्रामीण बुंदेल मांझी अपने घर के आगे खाना खा रहा था। तभी अचानक उसके घर का छज्जा गिर गया। छज्जा गिरने से मलबे में दब जाने से घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। मुखिया ने सूचना बाद पीड़ित के घर पहुंच परिजनों को संतावना दिया।
बीके साहु के बच्चों ने बिखेरा जलवा
संवाद सूत्र,वारिसलीगंज(नवादा): जिला स्तरीय द्वितीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में राज्य स्तर के खेलों के लिए स्थानीय श्री गणेश बीके साहु इंटर विद्यालय के आधा दर्जन से अधिक छात्र-छात्राएं चयनित होकर विद्यालय का नाम रोशन किया है। खेल शिक्षक राकेश रौशन ने बताया कि विद्यालय के दशम् वर्ग के तनवीर आलम 100 मीटर, मुर्शिद खान तथा किन्तु कुमारी 200 मीटर, खुशी कुमारी 800 मीटर दौड़ एंव सत्या कुमारी गोला क्षेपन, नेहा कुमारी उंची कूद सभी राज्य स्तरीय अंडर 16 के प्रतिनिधित्व के लिए चयनित हुई है। जबकि अंडर 14 के लिए नवम् वर्ग की कविता कुमारी 600 मीटर दौड़ तथा खुशी कुमारी गोला क्षेपन में राज्य का प्रतिनिधित्व करेगी।बता दें कि बीके साहु के कई विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के खेलों, प्रतियोगिता परीक्षाओं तथा पठन-पाठन में राज्य स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। अपने बच्चों के चयन से विद्यालय के शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मियों और विद्यार्थियों में काफी खुशी देखी जा रही है।
प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र शुभारंभ
वारिसलीगंज : स्थानीय बाईपास स्थित समाजिक संस्था अंशु फाउन्डेशन के तत्वाधान में सेवा विकास पब्लिक ट्रस्ट के माध्यम से सोमवार को प्रौढ़ शिक्षा के पांच केन्द्रों का उद्घाटन किया गया। उद्घाटन प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष रामधनी कुशवाहा ने किया। जबकि अध्यक्षता संस्था सचिव हीरा रविदास के द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सेवा विकास के को-ऑडिनेटर दिनेश मरांडी, दीप ज्योति कल्याण संस्थान नालंदा के सचिव सुबोध कुमार रविदास, गया जिले से आए विरेन्द्र प्रसाद आदि मौजूद थे। प्रौढ़ शिक्षक के रूप में नरेश दास-जगजीवन नगर, हिमांशु कुमार-दरियापुर, चुन्नी कुमारी-हाजीपुर, राजेन्द्र दास-चंडीपुर तथा कारू रविदास-गोड़ापर के बीच आवश्यक सामानों का वितरण कर केन्द्र संचालन की जिम्मेदारी दी गई। बाद में पर्यावरण संतुलन को ले सभी केन्द्रों पर वृक्षारोपन के लिए पांच, पांच फलदार व औषधीय पौधों का वितरण किया गया।