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फुलवरिया डैम का फाटक असामाजिक तत्वों ने खोला, बाढ़ की स्थिति

नवादा। प्रखंड के हरदिया पंचायत के फुलवरिया डैम का फाटक शुक्रवार की सुबह असामाजिक तत्वों द्वारा खोल दिया गया। जिससे डैम से लगे निचले क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों को कुछ समझ में भी नहीं आया और देखते ही देखते पानी की तेज धार गांव की ग्रामीण सड़क को बहा ले गयी।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 12:10 AM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 12:10 AM (IST)
फुलवरिया डैम का फाटक असामाजिक तत्वों ने खोला, बाढ़ की स्थिति
फुलवरिया डैम का फाटक असामाजिक तत्वों ने खोला, बाढ़ की स्थिति

नवादा। प्रखंड के हरदिया पंचायत के फुलवरिया डैम का फाटक शुक्रवार की सुबह असामाजिक तत्वों द्वारा खोल दिया गया। जिससे डैम से लगे निचले क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों को कुछ समझ में भी नहीं आया और देखते ही देखते पानी की तेज धार गांव की ग्रामीण सड़क को बहा ले गयी।

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शुक्रवार की सुबह भडरा गांव के ग्रामीण की नींद जैसे ही खुली अपने घर से बाहर निकले तो देखा कि गांव के चारों तरफ पानी ही पानी है। सब अपने-अपने खेत की तरफ दौड़े तो देखा कि तैयार धान की फसल पानी में तैर रही है। गांव से निकलने वाली सड़क भी पानी के तेज बहाव में बह गयी थी।

इस संबंध में जब सिचाई विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल स्वीच ऑफ था। शनिवार 12 बजे तक विभाग के द्वारा पानी का बहाव नहीं बंद किया गया था। इस संबंध में एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष से बात की गई तो उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया गया है। पानी के बहाव को बंद करने के लिए टेक्निकल टीम गया से बुलायी गयी है। टेक्निकल टीम आते ही पानी को बंद कर दिया जाएगा। गौरतलब हो कि आखिर किसके द्वारा साजिश के तहत इस तरह की हरकत की गयी है, इसको लेकर क्या सिचाई विभाग और पुलिस पता लगा सकेगी यह कह पाना मुश्किल है। देखना यह है कि फुलवरिया डैम में जलस्तर घटने से आखिर किसको फायदा होता है किसने अपने फायदे के लिए साजिश के तहत डैम का फाटक गुपचुप तरीके से खोल दिया।

जानकार मानते हैं कि यह अनारी व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है। क्योंकि फुलवरिया डैम के जिस फाटक को खोला गया है व किलो-दो किलो का नहीं है, बल्कि उसका वजन कई क्विटल है। उसके बाद भी आसानी से खोल देना यह सिचाई विभाग की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है।


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