आईआईटी में नवादा के तीन छात्र-छात्राएं हुई सफल
नवादा : लक्ष्य पाने की दिशा में प्रयास सही हो तो मंजिल तक पहुंचना आसान हो जाता है। नवादा के तीन बेटे-बेटियों की आईआईटी की परीक्षा में सफलता तो यही संदेश देता है। शहर के वीआईपी कालोनी के गोपाल प्रसाद का पुत्र सुकृत कुमार सानू (7116) रैंक एवं चौधरी नगर का सीताराम चौधरी का पुत्र विनोद चौधरी (एससी 731) रैंक और काली चौक निवासी सुनील कुमार की पुत्री आकांक्षा (2583) रैंक लाकर आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफलता का परचम लहराया है।
आईएएस करके देश की सेवा करना है लक्ष्य : सुकृत
-जिला शिक्षा विभाग में लिपिक गोपाल प्रसाद का पुत्र सुकृत मध्यम वर्गीय परिवार से आता है। दूसरे प्रयास में उसने यह सफलता पाई। लेकिन यह उसका अंतिम पड़ाव नहीं है। उसका लक्ष्य है आईएएस बनकर देश की सेवा करने का। माता रश्मिी कुमारी गृहिणी हैं। पिता श्रीप्रसाद बताते हैं कि सुकृत पहली कक्षा से पढ़ाई में प्रथम आता था। पिछले बार आईआईटी की परीक्षा में सफलता हाथ नहीं लगी तो बहुत निराशा था। बहुत मनाने के बाद फिर से तैयारी करने के लिए कोटा गया। वह भी इस शर्त पर कि जबतक आईआईटी की परीक्षा समाप्त नहीं होगी हम घर नहीं आयेंगे। आज परिणाम आने के बाद सुकृत के परिवार में खुशी की लहर है। सुकृत मैट्रिक विवेकानंद पब्लिक स्कूल, नवादा से 84 फीसदी अंक लाकर पास किया। वहीं इंटर की परीक्षा गया के चरेकी स्थित औल मोमिन इंटरनेशनल स्कूल से 68 फीसदी अंक लाकर पास किया। छोटा भाई नवादा शहर के एक निजी विद्यालय से 10वीं की पढ़ाई कर रहा है। वहीं बड़ी बहन जयपुर में बीटेक की छात्रा है।
वैज्ञानिक बनना चाहती हैं आकांक्षा
आईआईटी-जेईई की प्रवेश परीक्षा में सफल रही आकांक्षा वैज्ञानिक बनना चाहती है। दूसरे प्रयास में उसने यह सफलता प्राप्त की। उसे (2583) रैंक प्राप्त हुआ। सफलता पर जागरण से बातचीत में आकांक्षा ने कहा कि प्रथम प्रयास में सफलता नहीं मिली थी तब मैं बहुत दुखी हुई थी। लेकिन मेरे माता-पिता ने हौसला बढ़ाया और मुझे परीक्षा की तैयारी करने के लिए कोटा के एक कोचिंग संस्थान में दाखिला दिला दिया। मेरे बड़े भाई अंकित इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष की अपनी पढ़ाई (दिल्ली)में करते हुए मुझे बहुत सहयोग किया।
परिणाम आने के बाद नवादा शहर की मूल निवासी आकांक्षा के घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। परिवार के हर सदस्य की खुशी देखते बन रही थी। पिता सुनील कुमार दवा के व्यापारी हैं। माता रीना देवी गृहिणी हैं। मां बताती हैं कि आकांक्षा को यदि स्कूल-कालेज के कक्षाओं में प्रथम स्थान नहीं आता था तो बहुत निराश होती थी। संतजोसफ स्कूल से मैट्रिक पास आकांक्षा को 94.4 फीसद एवं इंटर में 85.4 फीसद अंक प्राप्त हुआ था।
सेना का अधिकारी बनना लक्ष्य : विनोद
नगर के चौधरी नगर मुहल्ले के लोगों का शुक्रवार को दिन जश्न मनाने में बीता। जश्न नगर निकाय चुनाव में जीत, हार का नहीं बल्कि आईआईटी परीक्षा के परिणाम पर मनाया जा रहा था। दरअसल इस टोले के निवासी सीताराम चौधरी का पुत्र विनोद कुमार आईआईटी की परीक्षा में सफल रहा है। सुबह परिणाम आने के साथ ही मोहल्ले के लोग एक दुसरे से मिलकर खुशियां बांट रहे थे। पढ़ाई के प्रति विनोद का लगाव बचपन से ही जगजाहिर थी। उसने जवाहर नवोदय विद्यालय,जमुई से 91.2 प्रतिशत अंक लाकर मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की। उसके बाद भागलपुर के अद्वैत मिशन महाविद्यालय से इंटर की परीक्षा में 68 प्रतिशत अंक लाकर पास किया। आईआईटी की प्रवेश परीक्षा में सफल विनोद का लक्ष्य है सेना में अधिकारी बनने की है। 3 भाईयों व एक बहन में विनोद सबसे बड़ा है। शेष भाई-बहन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। आईआईटी 2012 की परीक्षा में क्रमाक 203918 के एससी सूची में पूरे भारत में 731वां रैंक प्राप्त किया है। विनोद सफलता का श्रेय गुरुजनों व माता-पिता के साथ लोगों के प्यार को देता है।
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