नालंदा कालेज में सामूहिक रूप से हुआ सूर्य नमस्कार
बिहारशरीफ। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत नालन्दा कालेज में शनिवार को सामूहिक सूर्य नमस्कार प्रदर्शनी का आयोजन कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन कराते हुए किया गया। इसमें कालेज के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं कर्मचारी भी शामिल हुए।
बिहारशरीफ। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत नालन्दा कालेज में शनिवार को सामूहिक सूर्य नमस्कार प्रदर्शनी का आयोजन कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन कराते हुए किया गया। इसमें कालेज के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं कर्मचारी भी शामिल हुए। राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा बिनीत लाल ने कहा कि सूर्य नमस्कार के सामूहिक प्रदर्शन का उद्देश्य स्वास्थ्य, धन और खुशी प्रदान करने के लिए 'मां प्रकृति' को धन्यवाद देना है। सूर्य की प्रत्येक किरण के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने के लिए सूर्य को प्रणाम के रूप में 'सूर्य नमस्कार' की पेशकश की जाती है क्योंकि यह सभी जीवित प्राणियों का पोषण करता है। डा लाल ने बताया कि सूर्य ऊर्जा के प्राथमिक स्त्रोत के रूप में न केवल खाद्य-श्रृंखला की निरंतरता के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मनुष्य के मन और शरीर को भी सक्रिय करता है। प्राचार्य डा राम कृष्ण परमहंस ने कहा कि वैज्ञानिक रूप से सूर्य नमस्कार को प्रतिरक्षा विकसित करने और जीवन शक्ति में सुधार करने के लिए जाना जाता है, जो महामारी की आज की इस स्थिति में हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। सूर्य के संपर्क में आने से मानव शरीर को विटामिन डी मिलता है, जिसे दुनिया भर की सभी चिकित्सा शाखाओं में व्यापक रूप से मान्यता मिली है। इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रत्नेश अमन ने कहा की स्वस्थ भारत निर्माण के लिए 75 करोड़ सूर्य नमस्कार का कीर्तिमान बनाने में हम सब भी भागीदार होंगे। कॉलेज के शिक्षक डा श्रवण कुमार, दिलीप पटेल के साथ-साथ कर्मचारियों में क्षितिज कुमार, रोहित कुमार, संतोष कुमार, अमित कुमार, केवट आदि लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम को संचालित करने में लगे हुए छात्र प्रिस पटेल ने आए हुए सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा की छात्रों को शारीरिक एवं मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए सूर्य नमस्कार नियमित करना चाहिए। कार्यक्रम में प्रतीक, चन्द्रमणि, सज्जन, निधी, रौशन गोपाल, आदित्य, अमित ने महती भूमिका निभायी।