लॉक डाउन के 69वें दिन राजगीर-नई दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन का हुआ परिचालन शुरू
राजगीर-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म पर रेलयात्रियों की इंफ्रारेड थर्मामीटर से स्क्रीनिग करते स्वास्थ्यकर्मी शासन और पुलिस पदाधिकारी तथा रेल परिसर के मेन गेट पर सोशल डिस्टेंस सर्किल में अपनी बारी का इंतजार करते रेलयात्री।
संवाद सहयोगी, राजगीर : आखिरकार आनलॉक पार्ट वन में रेलवे बोर्ड द्वारा चुनिदा एक्सप्रेस ट्रेनों के परिचालन की मंजूरी मिलते ही राजगीर-नई दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन भी सोमवार को अपने गंतव्य पर रवाना हुई। जिससे लोगों में खुशी की लहर है। वहीं जिनके परिजन दिल्ली में हैं। उनके लिए तो यह दिन शुभ रहा। लॉकडाउन के 69वें दिन के बाद 1 जून सोमवार को राजगीर-नई दिल्ली श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 8 बजे कुल 62 रेलयात्रियों को लेकर अपने गंतव्य दिल्ली को रवाना हुई। आनलॉक पार्ट वन पीरियड में इस ट्रेन का नामकरण राजगीर-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन किया गया है। वहीं पूर्व में इसकी गाड़ी संख्या 12391 और 12392 हुआ करता था। परंतु आनलॉक पार्ट वन पीरियड में इसकी संख्या 02391और 02392 से इसका परिचालन शुरू किया गया है। लॉकडाउन के दौरान ही इसके सारे टिकट ऑनलाइन ही बुक हो चुके थे। कंफर्म टिकट वाले रेलयात्रियों को हीं स्टेशन परिसर में प्रवेश करने की इजाजत थी। जबकि राजगीर से रेलयात्रियों से अक्सर खचाखच भरा रहने वाला यह ट्रेन सोमवार को केवल 62 रेलयात्रियों को लेकर अपने सफ़र पर निकली। इस ट्रेन में सवार होने के लिए कंफर्म टिकट वाले रेलयात्री निर्धारित समय 8 बजे के लगभग दो घंटे पहले ही स्टेशन पहुंच गए थे। क्योंकि रेलवे बोर्ड के मुताबिक सभी रेलयात्रियों की स्क्रीनिग आदि की प्रक्रिया आदि से गुजरना था। स्टेशन परिसर मेन गेट से लेकर प्लेटफार्म संख्या एक तक सोशल डिस्टेंस सर्किल बनाए गए थे। जिसमें संयम के साथ रेलयात्री अपनी बारी का इंतजार करते न•ार आए। स्वास्थ्यकर्मियों की टीम ने इंफ्रारेड थर्मामीटर से स्क्रीनिग की तथा उनके सामानों को सैनिटाइज किया। जबकि विधि व्यवस्था और सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस बल के साथ तैनात शासन व पुलिस पदाधिकारी भी मौजूद थे। स्टेशन प्रबंधक चन्द्रभूषण प्रसाद सिंह ने कहा कि सोशल डिस्टेंस को अनुपालन करते हुए लोगों को लाइन में लगाकर स्क्रींनिग किया गया। माइक से प्रचार कर यात्रियों को मास्क पहनने, मोबाइल फोन में आरोग्य सेतु ऐप लोड करने के अलावा ट्रेन में भी फिजिकल डिस्टेंस का पालन करने को प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि स्क्रींनिग टेस्ट के दौरान किसी भी व्यक्ति के शरीर का तापमान 100 डिग्री नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि सिर्फ कंर्फम टिकट वाले यात्री को ही यात्रा की अनुमति प्रदान की गई। वेटिग या फिर आरएसी टिकट वाले यात्रियों को यात्रा कि अनुमति नहीं दी गई। इस अवसर पर जीआरपी थाना प्रभारी, आरपीएफ इंचार्ज रवि रंजन कुमार, बुकिग सुपरवाईजर रंजीत कुमार, मदन मोहन कुमार, शंकर सिंह, अटल बिहारी, रतन प्रसाद, राकेश कुमार, रोहित कुमार सिंह, जयराम कुमार सहित अन्य उपस्थित रहे।
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लॉक डाउन के पूर्व तथा लागू होने के दौरान रही अनेक रद्द ट्रेनों का आंकड़ा- बता दें कि बीते 20 मार्च को जनता कर्फ्यू को देखते हुए रेलवे बोर्ड के द्वारा राजगीर से अल सुबह 5 बजकर 10 मिनट पर खुलने वाली राजगीर-दानापुर पैसेंजर, 6 बजकर 30 मिनट पर खुलने वाली राजगीर-फतुहा पैसेंजर और संध्या में 4 बजकर 30 मिनट पर खुलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस का परिचालन बंद रखा गया था। उसके बाद बीते 24 मार्च से देश भर में लागू लॉक डाउन के बाद राजगीर-नई दिल्ली श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन का पहिया भी थम गया। जबकि बीते 19 मार्च से आगामी 2 अप्रैल तक राजगीर रेलवे स्टेशन से अपने गंतव्यों को खुलने वाली तीन रद्द ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया था। कारण था मेन रूट के किऊल स्टेशन पर होने बाली एनआई का वर्क। जिसमें राजगीर से खुलने वाली ट्रेन संख्या 53043 राजगीर हावडा फास्ट पैसेंजर, 53222 राजगीर बख्तियारपुर पैसेंजर और 53232 तिलैया दानापुर पैसेंजर शामिल है। उस समय इन ट्रेनों से कम दूरी की यात्रा करने वाले पैसेंजर फिलहाल विकल्प के रूप में किराया चुकाकर बस से या तो भाड़े के वाहनों को बुक कर बिहार शरीफ, बख्तियारपुर, पटना, गया आदि गंतव्य पर आवागमन करने की फजीहत उठानी पड़ी थी। वहीं राजगीर से खुलकर वाराणसी को जाने वाली सारनाथ बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस ट्रेन 14223 का परिचालन बीते वर्ष 2019 के माह दिसम्बर और इस वर्ष जनवरी माह में संभावित घने कोहरे के कारण 1 फरवरी 2020 तक बंद करने का निर्णय लिया गया था।