लोगों ने अपने-अपने घरों में अदा की ईद की नवाज
बिहारशरीफ। ईद का त्योहार मुस्लिम बंधुओं ने शुक्रवार को सादगी पूर्व वातावरण में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए घरों में ही रहकर मनाया। नमाज भी घरों में ही रहकर अदा की। मस्जिदों में भी इमामों ने सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए चार से पांच लोगों संग संग नमाज अदा की और कोरोना संक्रमण से निजात दिलाने के लिए दुआख्वानी की।
बिहारशरीफ। ईद का त्योहार मुस्लिम बंधुओं ने शुक्रवार को सादगी पूर्व वातावरण में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए घरों में ही रहकर मनाया। नमाज भी घरों में ही रहकर अदा की। मस्जिदों में भी इमामों ने सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए चार से पांच लोगों संग संग नमाज अदा की और कोरोना संक्रमण से निजात दिलाने के लिए दुआख्वानी की। इस बार प्रशासनिक निर्देशों का पालन करते हुए ईदगाह पर इस बार कोई भी नमाजी नहीं पहुंचे। लॉकडाउन के चलते बदले हुए हालात में ईदगाह के बजाय अपने घरों में ही परिवार के सदस्यों के साथ समाजिक दूरी बनाते हुए अपने धर्म के अनुसार इसका पालन करना बेहतर समझा। हर साल इस्लामपुर और उसके आस पास क्षेत्र में काफी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग ईद के दिन नमाज अदा करने का उपरांत एक दूसरों को बधाइयां देते थे पर बदले हुए हालातों में ऐसा संभव नहीं हो पाया। लॉक डाउन के चलते सगे संबंधी भी एक दूसरे के घरों में पहुंच कर ईद के अवसर पर एक दूसरे के यहां बधाइयां देने तक नहीं पहुंच पाए। मोबाइल फोन पर ही एक दूसरे को ईद की मुबारक देने के साथ उनके परिवार के लिए लोगों को मुबारकबाद दी। इस्लामपुर के मो परवे•ा अहसन, मो शाकिब, मोइज रब आदि ने बताया कि लॉकडाउन के कारण त्योहार हम सब ने अपने-अपने घरों में ही मनाया। क्योंकि सरकार का आदेश है कि लॉकडाउन का पालन करें और घरों में रहें। उसके चलते घरों में ही नमाज अदा की और त्यौहार मनाया और एक दूसरे को टेलीफोन, व्हाट अप पर मुबारकबाद दी। इस मौके पर घरों में मीठे पकवान बनाए गए और ईद की मुबारकबाद दी गई। बच्चों में काफी उत्साह देखा जा रहा था। नए कपड़े पहने हुए थे और उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। मुसलिम समुदाय के धार्मिक नेताओं, उलेमाओं और इमामों ने समुदाय के लोगों से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मसजिदों एंव ईदगाहों के बजाए घरों पर ही ईद की नमाज अदा करने और सादगी से ईद मनाने का आह्वान किया था। जिसका पूरे प्रखंड में असर देखने को मिला। ईद के मौके पर बाजारों में भी बहुत कम संख्या में लोग नजर आए। हालांकि प्रशासन एंव पुलिस की तरफ से ईद को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे।इस्लामपुर प्रखंड के खुदागंज, जैतिपुर, मीणा बा•ार और कपासिय इलाकों में भी ईद का पर्व सादगी से और धार्मिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। नमाजियों ने कोरोना के संकट से उबारने की दुआ मांगी। हालांकि कुछ स्थानों पर बच्चे आस-पड़ोस में ईद की बधाइयां देते जरूर दिखाई दिए। पुलिस ने ईद की पार्टी आयोजित करने पर भी पाबंदी लगा रखी है, इसलिए रोजेदारों ने एक-दूसरे को फोन पर ही ईद की बधाइयां दीं। इस्लामपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार, इस्लामपुर थानाध्यक्ष शरद कुमार रंजन एवं खुदागंज थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि शहर की जनता से घरों में रहकर नमाज अदा करने की अपील की गई थी। इस बात का लोगों ने पालन किया, इसलिए आभारी हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब लोग समझदार हो चुके हैं। उन्हें खुद के स्वास्थ्य के साथ-साथ परिवार का भी पूरा ध्यान रहता है।