राजगीर के तपो भूमि पर पुरुषोत्तम मास में कवि सम्मेलन का आयोजन
नालंदा । राजगीर के ऐतिहासिक तपो भूमि पर पुरुषोत्तम मास में राजगृह के मलमास मेला क्षेत्र के गढ़ म
नालंदा । राजगीर के ऐतिहासिक तपो भूमि पर पुरुषोत्तम मास में राजगृह के मलमास मेला क्षेत्र के गढ़ महादेव मंदिर के प्रांगण में कवि सम्मेलन का आयोजन बीते शनिवार को संत शिरोमणि स्वामी चिदात्मन जी महाराज उर्फ फलाहारी बाबा के मंच से नालंदा के नामचीन कवियों के द्वारा मशहूर शायर बेनाम गिलानी की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका संचालन मगही के प्रख्यात कवि उमेश प्रसाद उमेश व राट्रीय युवा गजलकार नवनीत कृष्णा ने संयुक्त रुप से किया। कवि सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन संत शिरोमणि स्वामी चिदात्मन जी महाराज उर्फ फलाहारी बाबा एवं मंत्री श्री श्रवण कुमार ने किया ।
कार्यक्रम में डीपीआरओ लाल बाबू ¨सह ने कहा कि साहित्य और अध्यात्म में काफी गहरा संबंध है। दोनों मनुष्य को मानवता का पाठ पढ़ाते है। ¨हदी साहित्य के भक्तिकाल की रचनाएं अनमोल है। परम पूज्य संत श्री ¨चदात्मन जी महाराज के सानिध्य में आयोजित कवि सम्मेलन से भक्ति संतों की वही पुरानी परम्परा पुन: स्थापित हुई है। कवियों एवं साहित्यकारों तथा उपस्थित जन समुदाय का स्वागत इस कवि सम्मेलन के संयोजक सुधीर कुमार उपाध्याय ने किया। आयोजित कवि सम्मेलन में मगही के ख्याति प्राप्त कवि उमेश प्रसाद'उमेश', हास्य व व्यंग कवि रंजीत दुधु, भारत के नामचिन शायर बेनाम गिलानी, वीर रस के कवि कुमार राकेश ऋतुराज, ओज व श्रृंगार रस के कवि उमेश बहादुरपुरी, प्रेम व श्रंगार रस के गजलकार नवनीत कृष्णा, हास्य रस के कवि व शायर शफी जानी नादाँ, मगही कवि उदय शंकर शर्मा उ़र्फ कलम बेशर्मी, हास्य-व्यंग्य के कवि जयराम देवेशपुरी ने एक के बाद कविताओं से श्रोताओं को कभी वाह वाह तो कभी जोरदार तालियों की ध्वनि के लिए आह्लादित कर दिया। हास्य कवि रंजीत दुद्धू ने अपनी व्यंग और हास्य की फुलझडि़यों से श्राताओं को लगातार पौन घंटे तक गुदगुदाया।
कार्यक्रम में सभी आगंतुक अतिथियों को फलाहारी बाबा ने अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ सोनी आनंद, राकेश बहादुर पुरी, अर्जुन प्रसाद बादल, जयरामदेवसपुरी, साहित्यानुरागी कवि राकेश बिहारी शर्मा, कवि डॉक्टर चंद्रसेन, गरीबन साव, अशिवनी कुमार उपाध्याय, धन्नजय कुमार, समेत काफी संख्या में कवि संतगण एवं दर्शक उपस्थित थे।