Coronavirus Nalanda: मस्जिद में हुई 'जमात' ने उड़ाई नींद, बिहार के लोग हुए थे शामिल
14-15 मार्च को बिहारशरीफ की शेखाना मस्जिद के सभागार में मुस्लिम धर्मावलंबियों को जमावड़ा हुआ था। इसमें बिहार के सभी 38 जिलों के 640 लोग शामिल हुए थे।
नालंदा, जेएनएन। पिछले महीने 14-15 मार्च को बिहारशरीफ की शेखाना मस्जिद के सभागार में मुस्लिम धर्मावलंबियों को जमावड़ा हुआ था। इसे 'जोड़' सम्मेलन बताया गया है। इसमें बिहार के सभी 38 जिलों के 640 लोग शामिल हुए थे। बाद में ये घूम-घूमकर धर्म के प्रचार में लग गए। निजामुद्दीन मरकज का मामला सुर्खियों में आने के बाद नालंदा की 'जमात' को लेकर प्रशासन की नींद उड़ी हुई है।
'जोड़' सम्मेलन को लेकर जामा मस्जिद के सचिव मीर अरशद हुसैन ने बताया कि नियम के मुताबिक 'जोड़' में बिहार के ही लोग शामिल हुए थे। इसमें एक समीक्षात्मक बैठक आयोजित हुई थी जिसमें 3 महीने का ब्यौरा पेश किया गया था। बताया गया था कि अपने अपने जिले में लोगों ने धर्म के उत्थान के लिए क्या क्या किया। सचिव ने बताया कि सम्मेलन में कुरआन व हदीस की रोशनी में कही गई बातों को छोड़कर किसी भी बात का जिक्र नहीं होता है।
खुद से कर रहे छिड़काव
इधर, शहर से प्रेम करने वाले जागरूक नागरिक भी अपना दायित्व निभा रहे हैं। भरावपर के स्थानीय निवासी रामशंकर प्रसाद, वार्ड पार्षद नीरज कुमार, अरुण कुमार, वीरमणि कुमार, उत्तम लाल, रंजन प्रियदर्शी, मिथिलेश, पंकज पांडेय, कुमार प्रशांत, मुन्ना दुबे, पुटुश दुबे, प्रेम कुमार व विनय ने पहल करते हुए मंदिर के आगे सैनिटाइजर केंद्र खोला है। मंदिर परिसर में सिस्टम फिट करके तथा एक हजार लीटर की टंकी में घोल बनाकर छिड़काव करने का कार्य किया जा रहा है। भरावपर स्थित सैनिटाइजर केंद्र में हर दिन सैकड़ों लोग आकर खुद को सैनिटाइज्ड कर आगे बढ़ रहे हैं। महावीर स्थान दुर्गा मंदिर के सदस्य वीरमणि ने बताया कि कोरोना वायरस से वचाव व लोगों की सुरक्षा के लिए आयुर्वेदिक तरीके से सैनिटाइजर बनाकर छिड़काव किया जा रहा है। इसके लिए सुबह से लेकर शाम तक नीम के पत्ते, तुलसी, नींबू के पत्ते, फिटकिरी, कपूर, ब्लीचिंग पाउडर, सहित अन्य सामग्री को इकट्ठा कर घंटों तक गैस पर उबालकर सैनिटाइज तैयार किया जाता है। इसके बाद इसे टंकी में भर दिया जाता है।
नवादा का कोरोना पॉजिटिव हुआ था शामिल
वहीं नालंदा में आयोजित 'जोड़' के मामले में डीएम योगेंद्र सिंह के अनुसार इसमें नवादा का कोरोना पॉजिटिव युवक भी शामिल हुआ। वह निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में भाग लेकर लौटा था। जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने मस्जिद के मुतवल्ली आसिफ से संपर्क किया और 'जोड़' में शामिल नालंदा जिले के 14 लोगों और उनके 54 स्वजनों के सैम्पल जांच के लिए पटना भेजे थे, हालांकि सबकी कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव पाई गई।
झारखंड के भी कुछ लोगों के शामिल होने की आशंका
12 अप्रैल को आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर यहां हुई मजलिस में शामिल हुए दूसरे जिलों के लोगों के बारे में सूचना दी गई है। 'जोड़' में झारखंड के भी कुछ लोगों के शामिल होने की आशंका है। 'जोड़' के बाद नालंदा से लौटे सभी जिलों के लोगों को चिह्नित कर उनकी जांच कराई जा रही है। इनमें मुंगेर के जमालपुर निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डीएम ने कहा कि 'जोड़' में शामिल सभी पर निगाह है।
शेखाना मोहल्ला किया गया सील
प्रशासन ने मंगलवार को ही पूरे शेखाना मोहल्ले को सील कर दिया। 52 मेडिकल टीमें लगाकर घर-घर की स्क्रीङ्क्षनग कराई गई। 42 लोगों की संदेह के आधार पर जांच कराई गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।
'जोड़' जमात नहीं : मुतवल्ली :
मुतवल्ली मो. आसिफ ने बताया कि पूरे देश में इस्लाम धर्मावलंबियों का 'जोड़' कार्यक्रम हर तीन माह पर होता है। यह मिलन समारोह है, जिसमें सभी जिले के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इसमें धर्म के प्रचार-प्रसार के बारे में निर्णय किए जाते हैं। इसको जमात नहीं 'जोड़' कहते हैं। 14 व 15 मार्च को यह कार्यक्रम किया गया, उस समय लॉकडाउन की घोषणा नहीं की गई थी।
दिल्ली से लौटे दो की जांच
डीएम ने बताया कि निजामुद्दीन तब्लीगी जमात में शामिल होकर नालंदा लौटे दो लोगों के नाम पता चले थे। उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। होम क्वारंटाइन दोनों मेडिकल टीम की निगरानी में हैं। इन दोनों का 'जोड़' से लेनादेना नहीं है। 'जोड़' में शामिल 14 के परिवार की भी कराई जांच : डीएम ने बताया कि शेखाना में 'जोड़' में शामिल नालंदा जिले के 14 लोगों व उनके पूरे परिवार की जांच कराई जा चुकी है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है।