नालंदा में JDU नेता की मौत के बाद बवाल, DIG के आदेश पर थानाध्यक्ष और दारोगा गिरफ्तार Nalnada News
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुुमार के गृह जिले नालंदा में गुरुवार को हिरासत में लिए गए जेडीयू नेता की मौत से सनसनी फैल गई। आरोप है कि टार्चर से गणेश रविदास की मौत हुई है।
पटना, जेएनएन। बिहार पुलिस की कार्यशैली पर एक भार फिर सवाल उठा है। मामला राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा का है। यहां पुलिस कस्टडी में जदयू महादलित प्रकोष्ठ का प्रखंड अध्यक्ष गणेश रविदास की मौत ने सनसनी फैला दी है। घटना गुरुवार की शाम नगरनौसा थाने की हाजत में हुई है। इधर, शुक्रवार की सुबह घटना से ग्राणीण आक्रोशित हो गए।
नगरनौसा थाने के पास NH-30-ए को जाम कर दिया। समझाने पहुंची पुलिस पर भीड़ ने पथराव कर दिया। पत्थरबाजी में नूरसराय थानाध्यक्ष अभय कुमार, रहुई थानाध्यक्ष श्रीमंत कुमार, इंसपेक्टर शेर सिंह यादव घायल हो गए। जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीआइजी राजेश कुमार नगरनौसा पहुंच गए हैं। उनके आदेश पर थानाध्यक्ष दारोगा को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताते चलें कि एक लड़की के अपहरण के मामले में गणेश रविदास को नगरनौसा थाने की पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। बताया जाता है कि गणेश रविदास अपहरण के मामले में आरोपित नहीं थे लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने उनको पूछताछ के लिए बुलाया था। गुरुवार की शाम गणेश ने नगरनौसा थाने की पहली मंजिल पर हाजत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
गणेश रविदास की मौत को पुलिस आत्महत्या बता रही है। पुलिस का कहना है कि गणेश रविदास में थाने की हाजत में खुदकुशी की है। गणेश रविदास सैदपुरा गांव निवासी देवनंदन रविदास के पुत्र थे। इधर, लोगों का कहना है कि मामले में गणेश को इतना टार्चर किया गया कि उन्होंने आत्महत्या कर ली।
मुख्य आरोपित का चाचा था गणेश
बता दें कि गांव के ही नरेश साव ने 11 जून को अपनी पुत्री के अपहरण का मामला नगरनौसा थाने में दर्ज कराया था। मामले में मुख्य आरोपी गांव के ही धमेंद्र रविदास की मां मंजू देवी व पिता विलास रविदास की गिरफ्तारी हो चुकी है। दोनों अभी जेल में हैं। गणेश मुख्य आरोपित धमेंद्र का चाचा था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि गणेश रविदास प्रेमी-प्रेमिका की शादी करवाने में मुख्य भूमिका में थे। पुलिस को यह भी जानकारी मिली थी कि घर से भागकर शादी रचाने वाली जोड़ी को चेन्नई या अन्य शहरों में रहने का खर्च भी गणेश ही जुटा रहा था।