हड़ताल पर गए स्वास्थ्यकर्मी, टीकाकरण व कोराना जांच ठप
बिहारशरीफ। संविदा पर बहाल जिले के तकरीबन तीन सौ स्वास्थ्यकर्मियों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से बुधवार को व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। जिले के सभी पीएचसी व एपीएचसी में टीकाकरण व कोरोना जांच का काम लगभग ठप रहा।
बिहारशरीफ। संविदा पर बहाल जिले के तकरीबन तीन सौ स्वास्थ्यकर्मियों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से बुधवार को व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। जिले के सभी पीएचसी व एपीएचसी में टीकाकरण व कोरोना जांच का काम लगभग ठप रहा। हालांकि नियमित सेवा वाली नर्सों ने कमान संभाली। बिहारशरीफ सदर पीएचसी में बुधवार को 270 लोगों को वैक्सीन दी गई। इसके अलावा जिले के किसी भी पीएचसी व एपीएचपी में टीकाकरण व कोरोना जांच नहीं हुई। बिहारशरीफ के सुंदरगढ गुफापर एपीएचसी में सुबह के 9 बजे से ही सैकड़ों लोग टीकाकरण के लिए कतार में खड़े दिखे। डेढ़ से दो घंटे बीतने के बाद भी जब एपीएचसी का ताला नहीं खुला तो लोग निराश लौट गए। यही स्थिति एकंगरसराय पीएचसी समेत अन्य अस्पतालों की रही। लोग घंटों इंतजार के बाद निराश लौटते देखे गए। कहीं भी हड़ताल के कारण टीकाकरण नहीं होने की पूर्व सूचना नहीं दी गई थी।
------------------------ सीएस ने कहा, चिपका देनी चाहिए थी नोटिस ...........
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार ने कहा कि पीएचसी व एपीएचसी प्रभारी की गलती से सैकड़ों लोगों को परेशान होना पड़ा। हड़ताल के कारण टीकाकरण नहीं होने की नोटिस बोर्ड पर चस्पा देनी चाहिए थी। उन्होंने माना कि हड़ताल के कारण टीकाकरण व जांच प्रभावित हुआ है।
--------------- नौ सूत्री मांगों को ले हड़ताल पर गए कर्मी .........
संविदा पर बहाल कर्मियों ने नियमित कर्मियों की तर्ज पर सुविधा की मांग उठाई है। राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के जिला सचिव धीरेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि जिले के लगभग तीन सौ स्वास्थ्यकर्मी नौ सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल पर चले गए हैं। संघ की मांग है कि कोरोना काल के दौरान संविदा पर बहाल जिन चिकित्सकों व कर्मियों की मौत हुई है, उनके स्वजन को नियमित कर्मियों की तरह तमाम सुविधाएं मिलनी चाहिए।सरकार तमाम कर्मियों का 50 लाख का बीमा कराए।