मिनी रसोई गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से घर में लगी आग, हजारों की क्षति
राजगीर। थाना क्षेत्र के गुलजार बाग मोहल्ले के एक मकान में बीते बुधवार की रात मिनी रसोई गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग लग गई। सिलेंडर ब्लास्ट मकान के तीसरे मंजिल के एक कमरे में हुई। जिससे अगल-बगल के दो अन्य कमरों में भी आग लग गई। बगल के कमरे में सो रहे तीन बच्चे बाल बाल बच गए। वहीं कमरों में रखा सारा सामान स्वाहा हो गया। इस दौरान आस पड़ोस के मोहल्ले वालों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना में हजारों की क्षति बताई जा रही है।
राजगीर। थाना क्षेत्र के गुलजार बाग मोहल्ले के एक मकान में बीते बुधवार की रात मिनी रसोई गैस सिलेंडर ब्लास्ट होने से आग लग गई। सिलेंडर ब्लास्ट मकान के तीसरे मंजिल के एक कमरे में हुई। जिससे अगल-बगल के दो अन्य कमरों में भी आग लग गई। बगल के कमरे में सो रहे तीन बच्चे बाल बाल बच गए। वहीं कमरों में रखा सारा सामान स्वाहा हो गया। इस दौरान आस पड़ोस के मोहल्ले वालों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना में हजारों की क्षति बताई जा रही है।
पीड़िता अरुंधती देवी ने बताया कि वे नई पोखर निवासी कन्हाई सिंह के मकान की तीसरी मंजिल के एक कमरे में किराए पर रहती हैं। इनके बगल के कमरे में सुनील गोस्वामी और आदित्य गोस्वामी दो भाई महीने भर पहले से किराए पर रह रहे थे। सभी के दरवाजे आमने-सामने हैं। बुधवार की रात लगभग 10 बजे दोनों खाना बनाने में मशगूल थे। अचानक उनके सिलेंडर में आग लग गई। बुझाने की कोशिश में सिलेंडर अपने कमरे के दरवाजे पर ले आए। मगर आग और धधक उठी। जिसके कारण दोनों अपने कमरे के दरवाजे पर ही सिलेंडर छोड़ भाग गये। यह घटना देख हम सभी किराएदार भी भय के मारे नीचे उतर गए।
उधर घटना की दूसरी पीड़िता किराएदार चांदनी कुमारी ने बताया कि सिलेंडर में आग लगने के बाद मैं भी सभी के साथ नीचे उतर गई। लेकिन याद आया कि मेरे तीनों बच्चे सो रहे हैं। चांदनी के चीखने चिल्लाने पर मोहल्ले के कुछ जांबाज युवा बच्चों को नीचे लेकर आए। संयोग से इसी बीच एक तेज धमाका हुआ। लगभग साढ़े 10 बजे इस धमाके के बाद आग ने तीसरे मंजिल को आगोश में ले लिया था। जहां से उठती आग की लपटें दूर से देखी जा सकती थी। कुछ लोग हिम्मत करके आग बुझाने गए तो पाया कि तीनों कमरे में आग लगी हुई थी।
जबकि धमाके के बाद जलता हुआ मिनी सिलेंडर उछलकर सीधे अरुंधती के कमरे में जा गिरा था। सामान धू धू कर जल रहा था। अचानक किचन में रखी रसोई गैस के बड़े सिलेंडर ने भी आग पकड़ ली। लोगों ने सिलेंडर को सीधा तीसरे मंजिल से नीचे खेत में फेंक दिया। फिर आसपास के लोगों की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई। लेकिन आग बुझाने के लिए की गई तमाम कोशिशों के बावजूद भी तीनों कमरे के सामान जलकर राख हो गए। सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और जलकर राख हुई वस्तुओं तथा पीड़ितों की सूची ले गई।
अरूंधती ने बताया कि उनके बच्चों का मुंडन तथा बहन की बेटी की शादी की तैयारी को लेकर दो ट्राली नए कपड़े, 30 हजार नगद जमा कर रखे थे। वहीं कमरे के फ्रिज, टेलीविजन, पलंग, सिलिग फै न आदि इलेक्ट्रिकल वस्तुओं सहित किचन का सारा सामान आग के हवाले हो गया। जिसमें लगभग एक लाख की संपत्ति राख हो गई।