नोटबंदी से साइबर ठगी का धंधा मंदा
हजार व पांच सौ के पुराने नोट पर पाबंदी लगते ही साइबर ठगी का धंधा इन दिनों काफी मंदा हो गया है।
(नालंदा ) : हजार व पांच सौ के पुराने नोट पर पाबंदी लगते ही साइबर ठगी का धंधा इन दिनों काफी मंदा हो गया है। धंधा मंदा होने से साइबर ठगों में काफी बेचैनी देखी जा रही है। मोदी की नोटबंदी की घोषणा से चिढ़े साइबर ठग बेचैन नजर आ रहे हैं। जी हम बात कर रहे हैं वैद्यों के नगरी के रूप में मशहूर कतरीसराय व आसपास के क्षेत्र जो इन दिनों साइबर ठगी के लिए ख्याति प्राप्त कर चुका है। बताते चले कि नवादा नालंदा शेखपुरा का कुछ थाना जिनमें वारिसलीगंज काशीचक व पकरीवरावां के कुछ भाग नालंदा के मानपुर, बरबीघा, सारे, गिरियक, पावापुरी तथा कतरीसराय वहीं शेखपुरा शोखोपुर, शाहपुर जैसे थाने क्षेत्र का गांवों का मुख्य धंधा चेहरा पहचानो इनाम पाओं घर बैठे एसएम के माध्यम से लाखों कमाओ नौकरी डाट काम नाप तौल तथा नौकरी के लिए परीक्षा में शामिल बेरोजगार युवकों की सूची को हैक कर, इंटरनेट व इलेक्ट्रानिक माध्यमों से फर्जी एकाउंट व फर्जी सीम कांड से पैसा मंगवाने का धंधा इन क्षेत्रों का मुख्य पेशा बना हुआ था। किन्तु मोदी जी के हजार व पांच के नोट बंदी के बाद इनके घरों में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। पहले ये साइबर ठग विभिन्न बैंक के फर्जी एकाउंटों में लाखों मंगवाकर एटीएम से निकासी करते थे और दिन में होली तथा रात में दीवाली मनाते थे। किन्तु केन्द्र सरकार की नोटबंदी के बाद एटीएम में ढाई हजार से अधिक नहीं निकाला जा सकता है। वहीं खातें पर निकालना इनके बूते की बात नहीं है। इन धंधेवाजों का यह हाल मोदी जी नोटबंदी की घोषणा के बाद से आया हुआ है। वहीं क्षेत्र के लोग साइबर ठगी के धंधे में लिप्त लोगों की बेचैनी को देखकर मंद मंद मुस्कुरा भी रहे हैं। चाहे जो भी हो नोटबंदी की घोषणा से साइबर ठगों को गहरा चोट पहुंचा है।