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सूर्य तालाब एवं परिसर के चारों तरफ युद्धस्तर पर सफाई कार्य प्रारंभ

नालंदा। भगवान भास्कर नगरी के नाम से प्रख्यात औंगारी धाम में छठ व्रत के दौरान राज्य के कोने-कोने से लाखों व्रतधारी एवं श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा था। सभी सरकारी भवनों यथा कालेज स्कूल सामुदायिक भवन निजी भवन एवं खेत खलिहान में लोगों ने अपना बसेरा बना रखा था।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 10:49 PM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 10:49 PM (IST)
सूर्य तालाब एवं परिसर के चारों तरफ युद्धस्तर पर सफाई कार्य प्रारंभ
सूर्य तालाब एवं परिसर के चारों तरफ युद्धस्तर पर सफाई कार्य प्रारंभ

नालंदा। भगवान भास्कर नगरी के नाम से प्रख्यात औंगारी धाम में छठ व्रत के दौरान राज्य के कोने-कोने से लाखों व्रतधारी एवं श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा था। सभी सरकारी भवनों यथा कालेज, स्कूल, सामुदायिक भवन, निजी भवन एवं खेत खलिहान में लोगों ने अपना बसेरा बना रखा था। ऐसी स्थिति में जहां लाखों लोग तीन से चार दिन रुकेंगे वहां गन्दगी का अंबार लगना स्वभाविक है। औंगारी धाम ट्रस्ट के सदस्यों ने सूर्य तालाब एवं परिसर के चारों तरफ पूरे जोर शोर से सफाई का कार्य प्रारंभ कर दिया है। वहीं दूसरी ओर लाल सिंह त्यागी ग्रामीण महाविद्यालय औंगारी धाम के परिसर में गन्दगी का अंबार लगा हुआ है। इस परिसर में लगभग एक सप्ताह से 300 स्काउट गाइड के अलावा हजारों व्रतधारियों एवं श्रद्धालु रुके थे और छठ व्रत समाप्त होते ही लोग गन्दगी का अंबार छोड़ कर चले गए। भारत स्काउट गाइड के जिला उप सचिव मुन्ना कुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि कालेज प्रबंधन ने तो स्काउट गाइड समेत अन्य हजारों श्रद्धालुओं को बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई ही इतने वृहत पैमाने पर सफाई कराने में कालेज प्रबंधन सक्षम नहीं है, तो कम से कम मेला प्रशासन या ट्रस्ट द्वारा कालेज परिसर की सफाई कराकर कालेज प्रबंधन को सहयोग करना चाहिए था। क्योंकि 18 नबम्बर से कालेज में बी ए पार्ट 1 का परीक्षा प्रारम्भ है। कालेज परिसर की सफाई कौन करायेगा इसको लेकर संशय बना हुआ है। ट्रस्ट से जुड़े डा संजीव का कहना है कि लोगों को सफाई के लिए सामूहिक जिम्मेदारी लेने की जरूरत है। वैसे मेला के कार्यकारी अध्यक्ष प्रशासन के साथ इस विषय पर चर्चा कर रहें है और जल्द ही इस पर कोई ठोस निर्णय लेने की बात कह रहे हैं।

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