मोतीपुर चीनी मिल की 1250 एकड़ जमीन की होगी घेराबंदी, छह माह में काम पूरा करने का टास्क
छह महीने में कांट्रेक्टर को बाउंड्रीवाल का कार्य करना होगा पूरा, बियाडा ने शुरू की कार्रवाई, पूरी जमीन घेरने के लिए निकाला गया टेंडर।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। मोतीपुर चीनी मिल की 1250 एकड़ जमीन की घेराबंदी शीघ्र की जाएगी। बियाडा ने इसको लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके लिए 12 करोड़ का टेंडर निकाला गया है। कांट्रेक्टर को कार्य पूरा करने के लिए छह महीने का समय दिया जाएगा। बियाडा को बेला औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन कम पड़ गई है। मोतीपुर चीनी मिल की जमीन मिलने से उद्योग लगाने वाले उत्साहित हैं। मिल की जमीन पर उद्योग लगने से बेरोजगारों को भी लाभ मिलेगा।
मोतीपुर में इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध
मोतीपुर में औद्योगिक क्षेत्र बसाने के लिए पर्याप्त जमीन के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर भी उपलब्ध है। रेल यातायात, फोरलेन, बिजली, पानी व अन्य संसाधन हैं। पिछले महीने उद्योग विभाग के प्रधान सचिव के निर्देश पर अधिकारियों की देखरेख में जमीन का सर्वे हुआ था। इसमें उद्योग विभाग के साथ चीनी निगम के अधिकारी भी शामिल थे। बाउंड्रीवाल बनने के साथ ही बिहार औद्योगिक विकास प्राधिकार (बियाडा) उद्यमियों को फैक्ट्री लगाने के लिए आमंत्रित करने के साथ प्रेरित भी करेगा।
दी जाएंगी बेहतर सुविधाएं
उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बियाडा बेहतर सुविधा के लिए कदम बढ़ा रहा है। बेला औद्योगिक क्षेत्र में भी बाउंड्रीवाल, सड़क और पुल-पुलिया का टेंडर हो गया है। बेला में करीब 400 फैक्ट्री हैं। यहां कुछ कॉलेज व सरकारी विभागों के कार्यालय भी हैं। कई फैक्ट्रियां बंद भी हैं। इसमें कई की जमीन का आवंटन रद भी किया गया है। नई फैक्ट्री लगाने के लिए बियाडा के पास लगातार आवेदन पहुंच रहे हैं।
बियाडा की विकास अधिकारी सौम्य वर्मा ने कहा कि चीनी मिल की जमीन मिलने के बाद पहले बाउंड्रीवाल का काम कराया जाएगा। इसके लिए 12 करोड़ का टेंडर निकाला गया है। छह महीने में बाउंड्रीवाल बनाने का काम पूरा कराना है।