पश्चिम चंपारण में बाढ़ में प्रसव पीड़ा से तड़पती रही महिला, तीन घंटे बाद पहुंची एनडीआरएफ की टीम
प्रसव के बाद महिला की बिगड़ी हालत देख एनडीआरएफ की टीम ने पहुंचाया अस्पताल सिकरहना एवं करताहां नदी के बाढ़ के कारण एनडीआरएफ की टीम सूचना मिलने के तीन घंटे बाद गांव में पहुंची। तब तक महिला एक बच्ची को जन्म दे चुकी थी। लेकिन उसकी हालत गंभीर थी।
पश्चिम चंपारण, जासं। बाढ़ से घिरे सिकटा प्रखंड के नरकटिया गांव में एक प्रसव पीड़िता को शनिवार की सुबह में अस्पताल पहुंचाने के लिए एनडीआरफ की टीम को बुलाना पड़ा। हालांकि सिकरहना एवं करताहां नदी के बाढ़ के कारण एनडीआरएफ की टीम सूचना मिलने के तीन घंटे बाद गांव में पहुंची। तब तक महिला एक बच्ची को जन्म दे चुकी थी। लेकिन उसकी हालत गंभीर थी। इस वजह से स्वजनों ने एनडीआरएफ की टीम से आग्रह की और जच्चा- बच्चा को नाव से बाढ़ पार कराकर सिकटा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया। अभी जच्चा- बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। बताया जाता है कि नरकटिया गांव निवासी बोध चौधरी की पुत्री भवानी देवी (24) की शादी चनपटिया प्रखंड के उत्तरवाहिनी गांव निवासी धर्मा चौधरी से हुई है। भवानी देवी सुरक्षित प्रसव के लिए अपने मायके आ गई थी। यहां आशा एवं एएनएम की निगरानी में थी। अचानक शनिवार की सुबह में प्रसव पीड़ा हुई। स्वजनों ने आशा से संपर्क साधा, लेकिन उसने हाथ खड़े कर दिए। गर्भवती को अस्पताल ले जाना जरूरी था। जबकि गांव चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ था। उसके बाद ग्रामीण समाजसेवी चित्रांगद मणि गिरी ने प्रयास किया। अधिकारियों को सूचना दी। एनडीआरएफ की टीम तीन अलग - अलग नाव से तीन घंटे बाद पहुंची। तब तक गर्भवती बच्ची को जन्म दे चुकी थी। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर अवनीश कुमार, एसआई अनिल कुमार ने बताया कि चारों तरफ बाढ़ का पानी होने के कारण सिकटा से बैशखवा और उसके बाद नरकटिया गांव में पहुंचना पड़ा। फिर उसी रास्ते से जच्चा- बच्चा को सिकटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया।