आपकी छत पर लगी पानी की टंकी कहीं नकली तो नहीं, कंफर्म हो लें, मुजफ्फरपुर में पर्दाफाश
मुजफ्फरपुर में आशीर्वाद ब्रांड की नकली पानी टंकी बनाने की फैक्ट्री का उद्भेदन मालिक का बेटा और मुंशी गिरफ्तार। बेला में प्रतिष्ठित कंपनी आशीर्वाद के नाम पर नकली पानी टंकी बनाकर की जा रही थी बिक्री। श्री श्याम इंडस्ट्री में बन रही नकली पानी टंकी।
मुजफ्फरपुर, जासं। बेला फेज-एक में प्रतिष्ठित कंपनी के आशीर्वाद ब्रांड के नाम पर नकली पानी टंकी निर्माण कर बेचने के धंधे का पर्दाफाश हुआ है। कंपनी के दिल्ली के आपरेशन मैनेजर लाल सिंह चौधरी की शिकायत पर बेला थाना पुलिस ने बेला स्थित एक फैक्ट्री पर छापेमारी की। इसमें पांच नकली पानी टंकी, कंपनी का लोगो व स्टीकर पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक पुत्र आशुतोष अग्रवाल व मुंशी भुवनेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है। आशुतोष की देखरेख में ही फैक्ट्री का संचालन होता था। फैक्ट्री में नकली पानी टंकी का निर्माण व बिक्री की जा रही थी।बेला थानाध्यक्ष कुंदन कुमार सिंह ने बताया कि कंपनी के आपरेशन मैनेजर के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
ग्राहकों व डिस्ट्रीब्यूटरों की शिकायत पर मामले का उद्भेदन
कंपनी के आपरेशन मैनेजर ने बताया कि हाल में मुजफ्फरपुर के डिस्ट्रीब्यूटरों, रिटेलरों व ग्राहकों से शिकायत मिल रही थी। ये लोग बता रहे थे कि उनकी कंपनी का लोगो व स्टीकर लगाकर नकली पानी टंकी सस्ते दामों में बाजार में बेची जा रही है। इससे उनके व्यवसाय को घाटा हो रहा था। ग्राहकों को ठगा जा रहा था। कंपनी की छवि भी खराब हो रही है। इसकी सूचना उन्होंने बेला थाना पुलिस को दी। इसके आधार पर छापेमारी में की गई तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। असली कंपनी का स्टीकर और लोगो लगाकर नकली पानी टंकी बाजार में बेचने के लिए तैयार किया जा रहा था। पुलिस नकली पानी टंकी, लोगो व स्टीकर को जब्त कर लिया है।
पार्षद पर दबंगई का आरोप
मुजफ्फरपुर : नगर थाना क्षेत्र के गोला बांध रोड में रास्ता विवाद में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई। सूचना मिलने के बाद नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को शांत कराया। मामले में एक पक्ष के लक्ष्मी साह ने थाने में आवेदन दिया है। इसमें स्थानीय वार्ड पार्षद केपी पप्पू और उनके भाई पर दबंगई कर मारपीट का आरोप लगाया है। इन पर हथियार लहराने व धमकी देने का भी आरोप लगा है। वहीं वार्ड पार्षद केपी पप्पू ने कहा कि उनपर लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार है।
कहा कि लक्ष्मी साह खुद दीवार को तोड़ रहे थे। जबकि उक्त निर्माण उनके भाई ने करवाया था। अवैध कब्जा करने की नीयत से खुद से दीवार तोड़कर गलत आरोप लगाकर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। इधर, मामले में नगर थानाध्यक्ष अनिल कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि भूमि विवाद की सूचना पर पुलिस को मौके पर भेजा गया था। एक पक्ष से आवेदन मिला है। इसकी जांच की जा रही है। दोनों पक्षों में शांति बनाए रखने को कहा गया है। भूमि विवाद का मामला है, इसलिए सीओ को इससे अवगत करा दिया गया है। साथ ही दोनों पक्षों पर शांति बनाए रखने के लिए 107 की कार्रवाई की जा रही है।