Sushant Singh Rajput Case: सुशांत सिंह मौत मामले की जांच के दायरे में आए संदीप सिंह का क्या है बिहार कनेक्शन? जानें
Sushant Singh Rajput Case मुजफ्फरपुर शहर में बीता है निर्माता संदीप का बचपन। संदीप और बेटी के साथ करीब 30 वर्ष पहले मुजफ्फरपुर छोड़ चुकी हैं उनकी मां। जानिए पूरी कहानी।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही इसमें कई कडिय़ां जुड़ती जा रही हैं। मुंबई में चल रही इस हाइप्रोफइल मामले की जांच से मुजफ्फरपुर का कनेक्शन भी जुड़ गया है। कारण, इस घेरे में यहां जन्मे व पले बढ़े फिल्म निर्माता संदीप सिंह की भूमिका भी अचानक सामने आने लगी है। सुशांत की मौत के बाद संदीप की इंट्री होना, शव को एंबुलेंस में रखवाना, चालक से मोबाइल पर बात करना आदि रहस्य से अभी पर्दा उठना बाकी है। मुजफ्फरपुर के लिए संदीप सिंह किसी रहस्य (मिस्ट्री) से कम नहीं। उनके बारे में यहां बहुत जानकारी नहीं है। हां, कुछ बातें दबी जुबान सामने आने लगी हैं। सोशल मीडिया पर भी कई बातों का जिक्र किया जा रहा है। मगर, पुख्ता तौर पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं माना जा रहा है।
30 वर्ष पहले मुजफ्फरपुर छोड़ चले गए मुंबई
संदीप सिंह के शहर की चतुर्भुज स्थान से जुड़े होने की चर्चा पर इसकी पड़ताल की गई। आसपास के कई लोगों से संदीप व उसके परिवार के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की गई। मगर, जैसे ही सुशांत सिंह राजपूत मौत की बात सामने आई लोगों ने किनारा कर लिया। सूचना की पहली कड़ी एक वृद्ध महिला से मिली। बताया, ममता यहां की मशहूर नर्तकी थी। चार बहनों में तीसरी नंबर की ममता को 1989 में पैर में गोली मार दी गई थी। तब जिले में अंडरवल्र्ड की धमक थी। गैंगवार व गोली लगने की घटना ने उसे भयभीत कर दिया। इसके बाद वह बच्चों को लेकर यहां से मुंबई चली गई। उसके बाद से वह यहां नहीं आई। उसी का बेटा संदीप है।
फिल्म की चकाचौंध में मुजफ्फरपुर को भूला
महिला ने ममता के पुश्तैनी मकान की ओर इशारा कर जानकारी दी। मकान के आसपास जाने के बाद यह बात सामने आई कि ममता की मां राजेश्वरी देवी के नाम की इस संपत्ति की बिक्री हो चुकी है। नगर निगम के एक पार्षद ने इसे खरीदा है। राजेश्वरी देवी के पुत्र दिलीप का करीब एक वर्ष पहले यहीं कालीबाड़ी रोड में किराए के मकान में निधन हो गया। परिवार के कई लोग आए। मगर, ममता या पुत्र संदीप सिंह नहीं आए। मुंबई में फिल्म की चकाचौंध में मुजफ्फरपुर को भूल गए। संदीप व उनकी मां को लेकर इतनी जानकारी के बाद भी एक चीज उलझी थी। यह थी, क्या 30 वर्ष पूर्व यहां से गया वही संदीप फिल्म निर्माता है।
साथ खेले युवक ने तस्वीर देख कहा, यही है गुड्डू यानी संदीप
इस सवाल को सुलझाने में मदद की संदीप के साथ बचपन गुजारने वाले इस मकान के पास रहने वाले युवक ने। सीबीआइ जांच चल रही इसलिए नाम बताने से गुरेज किया। उसने संदीप की सोशल मीडिया की तस्वीर दिखाने को कहा। तस्वीर देखते ही उसके मुंह से निकला, जी यही है गुड्डू। कंफर्म। चेहरा पूरा थोड़े बदलता है। यह संदीप के बचपन का नाम है। युवक कहता है, एक साथ इसी गली में खेलते थे। मारपीट भी होती थी। युवक ने ही बताया कि संदीप की एक बड़ी बहन भी है। गोली लगने के बाद दोनों को लेेकर ममता चली गई थीं।