PG नामांकन में मार्क्सशीट के बदले इस युवक ने ये क्या कर दिया अपलोड, आप भी देखकर रह जाएंगे दंग
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी नामांकन में मार्क्ससीट के बदले युवक ने अपलोड कर दिया दुकान का आवेदन। जांच में हुआ खुलासा कई विद्यार्थियों ने भरा गलत अंक।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीजी में आए आवेदनों की जांच में नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। गुरुवार को जांच के क्रम में पाया गया कि कॉमर्स के लिए अंकुर सक्शेना नाम के एक विद्यार्थी ने आवेदन दिया था। इसमें स्नातक में अंक का प्रतिशत वाले कॉलम में 72 फीसद लिख दिया। लेकिन, अंकपत्र के बदले में दुकान के नाम बदलने के लिए लिखे गए आवेदन को अपलाेड कर दिया। एक दिन पूर्व एक छात्रा के अंकपत्र के बदले अंगुठा लगा पेपर अपलोड करने का मामला सामने आया था। डीएसडब्ल्यू डॉ.अभय कुमार सिंह ने बताया कि अब आवेदनों की गहनता से जांच की जा रही है। इसके बाद संशोधित मेरिट लिस्ट जारी किया जाएगा।
नामांकन के समय होगी मूल प्रमाणपत्रों की जांच, क्लोन अंकपत्र वालों पर कार्रवाई
डीएसडब्ल्यू डॉ.अभय कुमार सिंह ने बताया कि कई विद्यार्थियों ने अंकपत्र में अंक के बदले गलत अंक फीड कर दिया है। ऐसे में अंकपत्र क्लोन कर अपलोड करने की आशंका व्यक्त की जा रही है। नामांकन के समय यदि असली अंकपत्र से मिलान करने पर अपलोड किया गया अंकपत्र मैच नहीं होगा तो इस फर्जीवाड़ा के लिए संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने हिदायत दी कि फॉर्म भरते समय सही अंक भरें। साथ ही प्रमाणपत्र अपलोड करते समय सावधान रहें और फाइनल फॉर्म भरने से पहले आवेदन का एक बार प्रिव्यु जरूर देखें। जान बूझकर गलत जानकारी भरकर परेशान करने वालों के खिलाफ विवि कड़ा एक्शन लेगा।