West Champaran: नाच देखने के विवाद में इंडो-नेपाल बॉर्डर के दो गांवों के बीच मारपीट व पत्थरबाजी
West Champaran News नाच देखने के दौरान दो युवकों के बीच विवाद को लेकर बढ़ा तनाव। एसएसबी के पहुंचने के बाद मामला हुआ शांत। नेपाल के घोड़दौरा गांव एवं भारत के सेमरबारी गांव के लोगों के बीच जमकर मारपीट एवं पत्थरबाजी हुई।
बेतिया (पश्चिम चंपारण), जासं। भारत- नेपाल बॉर्डर पर नेपाली क्षेत्र में अवस्थित घोड़दौरा गांव में नाच देखने के दौरान हुए विवाद के बाद बुधवार की सुबह दो गांवों के लोगों के बीच जमकर मारपीट और पत्थरबाजी में करीब आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए। बाद में मौके पर पहुंचे एसएसबी जवानों ने मामला शांत कराया। फिलहाल, दोनों गांव की सीमा पर अवस्थित पुलिया के पास भारतीय क्षेत्र में एसएसबी के जवान तैनात किए गए हैं। ताकि दोनों गांव के लोग अपने - अपने गांव में रहें।
भारतीय क्षेत्र के सेमरबारी गांव निवासी हरेंद्र यादव, सुरेश यादव ,मनोज यादव ,लोरिक यादव, गुड्डू यादव और भूट्टी यादव चोटिल हुए है। इनका इलाज स्थानीय स्तर पर चल रहा है। वहीं इस घटना में नेपाल के घोड़दौरा गांव के तीन लोगों के चोटिल होने की सूचना है। एसएसबी इंस्पेक्टर सचिन तोमर ने बताया कि दोनों तरफ के लोगों को समझा-बुझाकर शांत करा दिया गया है। साथ ही आपस में मिलजुल कर रहने की नसीहत दी गई है।
बताया गया कि मंगलवार की रात नेपाल के घोड़दौरा गांव में नाच देखने के लिए भारतीय क्षेत्र के सेमरबारी गांव के लोग गए थे। दोनों गांव एक- दूसरे के करीब हैं। दोनों गांव के बीच एक पुलिया सीमा के रूप में है। नाच देखने के दौरान दोनों गांव के युवकों के बीच बकझक हो गई। नौबत मारपीट की भी आ गई थी। किसी तरह से आयोजकों एवं स्थानीय लोगों ने समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। नाच खत्म होने के बाद दोनों गांव के युवक अपने-अपने घर लौट गए। बुधवार की सुबह होते ही दोनों गांव के लोग लाठी-डंडा लेकर बॉर्डर पर एकत्रित हो गए। जमकर मारपीट और पत्थरबाजी भी हुई। घटना की सूचना मिलते हीं बसंतपुर और इनरवा एसएसबी के इंस्पेक्टर सचिन तोमर और इंस्पेक्टर पवन ङ्क्षसह के नेतृत्व में जवान बॉर्डर पर पहुंचे और दोनों तरफ के लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।