पश्चिम चंपारण: छापेमारी करने गई पुलिस से मारपीट कर अभियुक्त को छुड़ाया, घटना में एसआई जख्मी
West Champaran News गौनाहा थाना के बेलवा बहुअरी गांव में अभियुक्त और उनके समर्थकों ने पुलिस से हथियार छीनने का किया प्रयास। सरपंच ने भी पुलिस पर ईट पत्थर चलाए। वादी को धमकी देने की सूचना पर अभियुक्तों को गिरफ्तार करने गई थी पुलिस।
पश्चिम चंपारण, जासं। जिला के गौनाहा थाना अंतर्गत बेलवा बहुअरी गांव में अभियुक्तों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस पर अभियुक्त, उनके स्वजन और समर्थक गाली गलौज करते हुए टूट पड़े। पुलिस के कब्जे में पहुंचे अभियुक्त ललन यादव को छीन कर भगा दिया। इतना ही नहीं पुलिस के साथ मारपीट करने लगे, जिस दौरान एसआई महेश प्रसाद की एक आंख पर गंभीर रूप से चोटें लगी। अभियुक्त और उनके समर्थकों ने पुलिस से हथियार भी छीनने का प्रयास किया। मामले में थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिन्हा के बयान पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है, जिसमें अभियुक्त ललन यादव, उनके भाई भतीजा समेत 20 से 25 महिला पुरुष के विरुद्ध यह कार्रवाई की गई है।
दर्ज मामले में बताया गया है कि गांव के संजय यादव ने भूमि विवाद और उसके साथ मारपीट की घटना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें करीब दर्जन भर लोग नामजद किए गए हैं। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अभियुक्तों ने संजय यादव और उनके परिवार के लोगों को जान मारने की धमकी दी। इस मामले की सूचना वादी द्वारा थाना पहुंचकर पुलिस को दी गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आधी रात को पुलिस उन अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने बेलवा बहुअरी गांव पहुंची। आरोप है कि जब पुलिस गांव में पहुंची तो ब्रजकिशोर यादव के घर के पास 15-20 लोग इकट्ठा होकर गाली दे रहे थे। पुलिस को भी उन लोगों ने गाली देना शुरू कर दिया। इसी बीच पुलिस ने अभियुक्त ललन यादव को घर में भागने के दौरान पकड़ लिया, जिसके बाद हरवे हथियार से लैस वे सभी पुलिस से उलझ गए। मारपीट करने लगे। आरोप है कि पुलिस का हथियार छीनने का भी प्रयास किया गया। सरपंच दीपक यादव द्वारा गाली गलौज करते हुए ईट पत्थर चलाया जाने लगा। लाठियां भी भांजने लगे। पुलिस को राइफल और जान बचाने के लिए किसी तरह वहां से हटना पड़ा।
भूमि विवाद में मारपीट के बाद बेलवा बहुअरी गांव निवासी संजय यादव ने गौनाहा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। मामले में गांव के ललन यादव, लाल बाबू यादव, बिहारी लाल यादव, धीरज यादव, विकास यादव, शैलेश यादव, दीपक यादव, बबलू यादव, दिलीप यादव, सुनील यादव, सतीश यादव, आदित्य यादव नामजद हुए। मामले में पुलिस अभी जांच कर रही थी कि इसी बीच प्राथमिकी दर्ज कराने के विरोध में अभियुक्त गण वादी को धमकी देने लगे। जिस पर वह थाना पहुंचा और सुरक्षा की गुहार लगा देना स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने गांव पहुंची इसके बाद अभियुक्तों ने पुलिस के साथ भी घटना को अंजाम दिया