पश्चिम चंपारण: कक्षा छह से 12 वीं के छात्रों की दूरदर्शन पर कल से लगेगी कक्षा
West champaran news कोरोना की तीसरी लहर के कारण विद्यालयों को कर दिया गया है बंद डिजिटल डिवाइस वाले विद्यार्थियों को ई-लॉट्स पर मिलेगी अध्ययन सामग्री शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने इसकी जानकारी सभी जिला पदाधिकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी है।
बेतिया, जासं। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की वजह से सभी स्कूलों को बंद रखा गया है। इस दौरान छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित नहीं होने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने दूरदर्शन के जरिये छात्रों को पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। पहली से लेकर 12वीं तक में पढऩे वाले ब'चों के लिए अलग-अलग माध्यमों से ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने इसकी जानकारी सभी जिला पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी है। जिसमें बताया गया है कि कल से दूरदर्शन पर सुबह 9 बजे से छठी से लेकर 12वीं तक की कक्षा लगेगी।
डिजिटल डिवाइस रखने वाले ब'चों को ई-लॉट््स पर अध्ययन सामग्री मिलेगी। प्राथमिक के ब'चों को घर पर ही शिक्षकों व शिक्षा सेवकों का पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने को लेकर मार्गदर्शन मिलेगा। ब'चों की पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा किये जा रहे प्रयासों के प्रचार-प्रसार का भी जिम्मा उन्हें दिया है, ताकि अधिकाधिक ब'चे इसका लाभ उठा सकें।
वहीं विभागीय अधिकारियों ने बताया कि डीडी बिहार पर तीन घंटे मध्य विद्यालय, माध्यमिक व उ'च माध्यमिक की कक्षाएं आयोजित की जाएंगी।वीडियो-आडियो माध्यम से संचालित होने वाली इस पाठशाला की पूरी तैयारी कर ली गयी है। 17 जनवरी से सुबह 9 से 10 बजे तक कक्षा 6 से आठ, सुबह 10 से 11 तक वर्ग 9-10 जबकि ग्यारह बजे से एक घंटा 11वीं व 12वीं के ब'चों के लिए समेकित पढ़ाई संचालित की जाएगी।
वाट्सएप ग्रुप बनाकर ब'चों का मार्गदर्शन करेंगे शिक्षक
वैसे बच्चे जिनके पास डिजिटल डिवाइस उपलब्ध है वे अपने घर पर रहकर ई-लॉट््स (ई लाइब्रेरी ऑफ टीचर्स एंड स्टूडेंट््स) पर उपलब्ध कक्षा 1 से 12 तक की पाठ्य पुस्तकें व ई कंटेंट के माध्यम से अपनी पढ़ाई कर सकेंगे। इसके अलावा हेडमास्टर अपने विद्यालय के डिजिटल डिवाइस की उपलब्धता वाले ब'चों का वाट््सएप ग्रुप बनायेंगे तथा विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्म पर उपलब्ध डिजिटल शिक्षण सामग्री उनतक पहुंचायेंगे। शिक्षक अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को इसी वाट्सएप ग्रुप के जरिए पढ़ाई में मार्गदर्शन करेंगे।
गृह आधारित शिक्षण में लगेंगे शिक्षा सेवक
पहली से पांचवीं कक्षा के वैसे बच्चे जिनके पास डिजिटल डिवाइस की कोई सुविधा नहीं हैं, उनका पठन-पाठन घर पर ही सुचारू चले, इसको लेकर भी विभाग ने दायित्व सौंपा है। ऐसे ब'चे गृह आधारित पढ़ाई करेंगे और विद्यालय के प्रधान इसके लिए शिक्षकों के माध्यम से ब'चों को प्रेरित करेंगे। जिले में कार्यरत केआरपी और कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करते हुए अपने सम्बद्ध विद्यालयों के टोलों में भ्रमण कर ब'चों को गृह आधारित शिक्षण में सहयोग करेंगे।