पश्चिम चंपारण: धान खरीदारी में कैश क्रेडिट का लिमिट और मिलरों की आनाकानी का पेंच
West Champaran News हाईब्रिड धान लेने से मिलर कर रहे इन्कार एसएफसी से नहीं मिल रहा समय से भुगतान पैक्स अध्यक्षों ने बैठक कर डीएम से समस्या से निजात दिलाने की मांग की इस पूरे मामले को लेकर किसान काफी परेशान हैं।
पश्चिम चंपारण (नौतन), जासं। धान अधिप्राप्ति में पैक्सों की कैश लिमिट और मिलरों की आनाकानी बड़ी पेंच है। अधिकारियों की ओर से पैक्स अध्यक्षों पर धान खरीद को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन पैक्स अध्यक्ष किन समस्याओं से जूझ रहे हैं, इसका निराकरण नहीं किया जा रहा । कभी राशि की कमी तो कभी हाईब्रिड धान की खरीदारी व एसएफसी से समय पर भुगतान नहीं करने को लेकर पैक्स अध्यक्षों की परेशानी बढ़ती जा रही है। गुरुवार को धुमनगर पैक्स अध्यक्ष हरिश्चंद्र प्रसाद के दरवाजे पर पैक्स अध्यक्षों की बैठक हुई और खरीदारी में आ रही चुनौती पर चर्चा की गई।
पैक्स अध्यक्ष हरिश्चंद्र प्रसाद ने बताया कि बिहार सरकार के मुख्य सचिव ने पत्र निर्गत किया है। जिसमें 1940 रुपये धान का रेट घोषित किया गया है। जबकि लेबर चार्ज, भाड़ा कमीशन तथा मिलर चार्ज विगत 2011 के निर्धारित दर पर ही भुगतान किया जा रहा है । एसएफसी में चावल गिराए हुए पांच दिन से अधिक हो गए। लेकिन अभी तक उसका भुगतान नहीं किया गया है । पैक्सों को ससमय राशि भी उपलब्ध नहीं कराया जाता है । साथ ही चावल लेकर जा रहे ट्रक को खाली करने में चार दिन का समय लगाया जाता है। जिसका भाड़ा भी चार दिन का लग जा रहा है।
ऐसे में धान की खरीदारी में बाधा उत्पन्न हो रही है। धान खरीदारी में सीसी लिमिट व हाईब्रिड धान को लेने में मिलर आनाकानी करते हैं। जबकि सरकार हाईब्रिड धान लगाने के लिए किसानों को जागरूक कर रही है। ऐसे में पैक्स अध्यक्षों के पास तरह तरह की समस्या है । जिससे धान की खरीदारी प्रभावित हो रही है । पैक्स अध्यक्षों ने जिला पदाधिकारी से इस दिशा में पहल कर समस्याओं से निजात की मांग की है। बैठक में पैक्स् अध्यक्ष विनोद प्रसाद, राजेश पांडेय, मुकेश यादव, महाबीर प्रसाद व अन्य उपस्थत थे।