Weather Update: चुनावी सरगर्मियों के बीच उत्तर बिहार में गुलाबी ठंड ने दी दस्तक, शाम ढलते ही दिखता इस तरह का नजारा
Weather Update मौसम विभाग समेत जानकारों ने पहले ही बता दिया दिया है कि इस साल कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। वैस इसका संकेत भी दिखना शुरू हो चुका है। दिन के समय धूप थोड़ा लेट से निकल रहा है। मगर धूप कड़ा नहीं होकर सामान्य रह रहा है।
पूर्वी चंपारण, जेएनएन। चुनाव की गहमागहमी के बीच उत्तर बिहार में गुलाबी ठंड के साथ ही कोहरा ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। अमूमन एक सप्ताह से यहां ठंड का आगमन शुरू है। वहीं शाम ढ़लते ही हल्का कोहरा छाना शुरू हो जा रहा है। वैसे लोगों ने ठंड से बचने के लिए एहतियात के तौर पर गर्म और ऊनी कपड़े, रजाई, कम्बल, चादर, स्वेटर आदि बाहर निकाल लिया है। वहीं हल्के गर्म कपड़ों की भी खरीदारी तेज है। ऐसा माना जा रहा है कि इस वर्ष छठ पूजा के दौरान ज्यादा ठंड पड़ेगी। इसको लेकर मौसम विभाग समेत जानकारों ने पहले ही बता दिया दिया है कि इस साल कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है। वैस इसका संकेत भी दिखना शुरू हो चुका है। दिन के समय धूप थोड़ा लेट से निकल रहा है। मगर धूप कड़ा नहीं होकर सामान्य रह रहा है। इसके वजह से मौसम में नमी रह रहा है। वही तापमान में भी काफी गिरावट आई है।
ठंड लोगों की मुश्किलों को बढ़ाएगा
सुबह और रात के समय न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तो दिन के समय अधिकतम 26 डिग्री सेल्सियस तापमान रह रहा है। दिनोंदिन तापमान में और गिरावट हो रही है। इससे अनुमान भी लगाया जा रहा है ठंड लोगों की मुश्किलों को बढ़ाने वाला है। वैसे ठंड का आगमन नवंबर से होता है जो फरवरी तक चार महीनों तक बना रहता है। वही दिसंबर और जनवरी में मुख्य रूप से ज्यादा ठंड पड़ती है। मगर इस वर्ष नवंबर के शुरुआत से ही ठंड ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है। वही कोहरे के दस्तक देना यह साबित करता है कि बहुत जल्द ठंड अपने परवान पर होगा। ठंड के आगमन को लेकर लोगों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। वही ठंड बढ़ते ही मच्छरों ने भी अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों व जलजमाव वाले इलाकों में मच्छरों के ज्यादा प्रकोप देखा जा रहा है। शहर के सुप्रसिद्ध फिजिशियन डॉ. अतुल कुमार ने कहा है कि ठंड से बचने के लिए सभी को तैयार व सचेत रहने की जरूरत है। क्योंकि ठंड के मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार, एवं वायरल रोग ज्यादा होते हैं। इससे सबको सतर्क एवं सुरक्षित रहने की जरूरत है। इस दौर में ही लापरवाही के कारण लोगों को ठंड लग जाती है और वे बीमार पड़ जाते है। क्योंकि कम ठंड होने के वजह से अधिकतर लोग इसपर ध्यान नहीं देते। इसलिए शरीर को ठंड से बचाने की जरूरत है।