एक दर्जन मोहल्ले में नासूर बना जलजमाव
शहर के एक दर्जन मोहल्लों के लिए जलजमाव नासूर बन गया है। बीबीगंज रज्जू साह लेन बेला मिठनपुरा समेत दर्जनभर मोहल्ले पिछले 17 दिनों से टापू बने हुए हैं।
मुजफ्फरपुर। शहर के एक दर्जन मोहल्लों के लिए जलजमाव नासूर बन गया है। बीबीगंज, रज्जू साह लेन, बेला, मिठनपुरा समेत दर्जनभर मोहल्ले पिछले 17 दिनों से टापू बने हुए हैं। इन इलाकों में रहने वाले हजारों परिवार घरों में कैद हैं। बालूघाट, सिकंदरपुर, अखाड़ाघाट, चर्च रोड चंदवारा एवं पानी कल कैंपस बारिश के साथ नाला के पानी में डूबे हुए हैं। इन इलाकों में रहने वाले महामारी के खतरे के बीच एक-एक दिन मुश्किल से काट रहे हैं। उनको न पीने का शुद्ध पानी मिल पा रहा है और न ही शौचालय की सुविधा। सब कुछ पानी में डूबा हुआ है। उपमहापौर मानमर्दन शुक्ला ने नगर आयुक्त को इन इलाकों में पीने के पानी का टैंकर एवं चलंत शौचालय उपलब्ध कराने को कहा है। मोहल्ले में जमा पानी का निकालने के लिए बांध पर पंपिग सेट लगाया गया है लेकिन वह जितना पानी निकाल रहा उससे दोगुना पानी का जमा हो रहा है। उधर बूढ़ी गंडक का पानी घटने का नाम नहीं ले रहा। नदी का पानी घटेगा तभी स्लूस गेट से जमा पानी निकल पाएगा। तब तक इन मोहल्लों में रहने वालों को यह पीड़ा झेलनी पड़ेगी।
वहीं बेला औद्योगिक क्षेत्र से होकर मिठनपुरा, क्लब रोड, चर्च रोड, रज्जू साह लेन का पानी निकल रहा है। लेकिन, पानी निकासी की गति इतनी तेज नहीं कि इन इलाकों को जलजमाव से तत्काल राहत मिल सके। वही बार-बार बारिश होने से जितना पानी निकलता है उससे अधिक जमा हो जा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी बीबीगंज की है जहां का पानी घटने का नाम ही नहीं रहा है। सड़क पर अभी भी एक से डेढ़ फीट पानी लगा है। सोमवार को दोपहर में हुई हल्की बारिश से मोतीझील में फिर से पानी लग गया। तीन दिनों से बारिश नहीं होने से जमा पानी निकल गया था जिससे लोगों ने राहत की सांस ली थी। लेकिन एक बार फिर से पानी लगने पर लोग परेशान दिखे। सांप से भयभीत शांति बिहार कॉलोनी के लोग
शांति बिहार कॉलोनी दामोदरपुर में पिछले एक पखवारे से बारिश का पानी लगा हुआ है। सैकड़ों घर डूबे हुए हैं। मोहल्ले के लोग जलजमाव के साथ-साथ बड़ी संख्या मे निकल रहे सांपों से डरे हुए हैं। सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी मदन मोहन सिंह का कहना है कि जलजमाव के कारण बड़ी संख्या में सांप निकल रहे हैं। इससे लोग घर से निकलने में डर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।