बागमती की उपधारा बांधने के चक्कर में सैकड़ों एकड़ में घुसा पानी
मुजफ्फरपुर बागमती नदी की दक्षिणी उपधारा को बाधने के चक्कर में सोमवार की देर रात्रि बागमती का पानी फैल गया।
मुजफ्फरपुर : बागमती नदी की दक्षिणी उपधारा को बाधने के चक्कर में सोमवार की देर रात्रि बागमती नदी की उत्तरी उपधारा में बागमती नदी का पानी फैल गया। बता दें कि बागमती नदी की दक्षिणी उपधारा को पुन: बेनीपुर के निकट बाधा जा रहा है जिस कारण रेलवे पुल के उत्तरी छोर से बह रही उत्तरी उपधारा के जलस्तर में बढोतरी हुई है। इससे परियोजना बाध के निचले क्षेत्रों में बागमती नदी का पानी फैल गया है। अचानक पानी के फैलाव से रबी की फसल खासकर गेहूं, मसूरी, खेसारी की फसल को नुकसान पहुंचा है। बागमती परियोजना बाध के अंदर धान की फसल बागमती की बाढ़ के कारण उपज नहीं पाया। गाद के कारण कई किसानों की फसलों को पहले हीं नुकसान हो चुका है। निचले इलाकों में कहीं कहीं दो से तीन फीट तक पानी बीती रात खेतों में फैल चुका था। भरथुआ, नयागाव, बभनगामा, चहुंटा, जोंकी, सुंदरखौली, बसुआ गाव के निचले हिस्सों मे अचानक पानी आ जानें से सैकड़ो एकड़ में लगी रबी फसल नष्ट हो गई है। बसुआ गाव के रौशन शर्मा, राहुल शाही ,दिनकर कुमार, उदय ठाकुर, रामशोभित ठाकुर, रामलोभित ठाकुर, कृष्णचंद्र झा, राहुल रंजन, अशोक कुमार, विजय ठाकुर, सहित कई किसानों ने बताया कि कई किसानों की तोरी, गेहूं, खेसारी, मसूर की फसल डूब गई है। किसानों का कहना है कि प्रतिवर्ष उन्हें बर्बादी झेलनी पड़ती है। सरकार को इसका उचित उपाय करना चाहिए। दूसरी ओर प्रखंड कृषि पदाधिकारी को डीएम ने खरीफ की फसल क्षति मुआवजे के भुगतान प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया है।