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Bihar Flood News: तिरहुत नहर के टूटे तटबंध से एक बार फिर गांवों में घुसा पानी, मुजफ्फरपुर-पूसा मार्ग भी बाढ़ की चपेट में

Bihar Flood News लखनदेई नदी के टूटे तटबंध के रास्ते लगातार विभिन्न पंचायतों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। औराई रतवारा सिमरी आलमपुर सिमरी ससौली हलिमपुर मकसूदपुर रामपुर शंभूता बिस्था समेत सभी गांवों में आज भी लखनदेई के टूटे तटबंध से किसान परेशान हैं।

By Ajit KumarEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 10:49 AM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 01:58 PM (IST)
Bihar Flood News: तिरहुत नहर के टूटे तटबंध से एक बार फिर गांवों में घुसा पानी, मुजफ्फरपुर-पूसा मार्ग भी बाढ़ की चपेट में
पूर्वी इलाका नीचे होने से निरंतर पानी पूर्वी क्षेत्रों में बढ़ता जा रहा है।

मुजफ्फरपुर, जेएनएन। Bihar Flood News: मुरौल व सकरा में बूढ़ी गंडक का जलस्तर बढऩे से बाढ़ का खतरा बढऩे लगा है। मुरौल के पिलखी गजपति, मीरापुर, सादिकपुर मुरौल, महमदपुर बादल सहित सकरा प्रखंड के सकरा, सकरा वाजिद, सकरा फरीदपुर, रहुनाथपुर दोनमा में बाढ़ का पानी फैलने से लोग अपने घरों को छोड़ ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगे हैं। पिलखी में जलस्तर बढऩे से मुजफ्फरपुर-पूसा मार्ग पानी आ गया है।

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लखनदेई के टूटे तटबंध से गांवों में फैल रहा पानी

लखनदेई नदी के टूटे तटबंध के रास्ते लगातार विभिन्न पंचायतों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। औराई, रतवारा, सिमरी, आलमपुर सिमरी, ससौली, हलिमपुर, मकसूदपुर, रामपुर, शंभूता, बिस्था समेत सभी गांवों में आज भी लखनदेई के टूटे तटबंध से किसान परेशान हैं। इधर, मनुषमारा व लखनदेई नदी ने उत्तरी क्षेत्र की 16 पंचायत के किसानों की कमर तोड़ दी है। मनुषमारा के पानी ने जहां धरहरवा, घनश्यामपुर, नयागांव पंचायत में तबाही मचाई हुई है। वहीं बभनगामा पूर्वी व मधुवन बेशी गांव भी पूर्णरूपेण इसकी चपेट में आ गया है।

मनुषमारा नदी का पानी निचले इलाके में बढ़ ही रहा

इधर, सीतामढ़ी जिले के बेलसंड चंदौली से एनएच पार कर आ रहा मनुषमारा नदी का पानी निचले इलाके में बढ़ ही रहा है। यहां भी पूर्वी इलाका नीचे होने से निरंतर पानी पूर्वी क्षेत्रों में बढ़ता जा रहा है। किसान नेता अनमोल ठाकुर, मुरारी यादव, जयप्रकाश यादव ने बताया कि खरीफ फसलों के बाद रबी की फसल भी नहीं हो पाएगी। सरकार नदियों के तटबंध की समय पर मरम्मत नहीं कराती जिसका खामियाजा पूरा औराई भुगत रहा है। इसकी भरपाई बाढ़ राहत के छह हजार रुपये से नहीं की जा सकती। 


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