मल्लाह, नोनिया को अनुसूचित जाति में शामिल करने की संसद में उठी आवाज, जानिए Muzaffarpur News
सांसद अजय निषाद ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान रखी बात। जानिए इसमें किन जातियों को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की अनुशंसा की गई है।
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। सांसद अजय निषाद ने आजादी के बाद सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े मल्लाह, नोनिया व उसके समकक्ष जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की आवाज संसद में उठाई। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान सांसद ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से जो ईथनोग्राफिक रिपोर्ट दी गई है।
उसमें बिहार के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक एवं शैक्षणिक दृष्टि से पिछड़े व वंचित समाज के मल्लाह, निषाद, बिंद, बेलदार, चॉय, तीयर, खुलवट, सुरहिया, गोढ़ी, बनपर, केवट और नोनिया जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा देने की अनुशंसा की गई है। सांसद ने मांग उठाई कि बिहार सरकार द्वारा 2015 अनुशंसित ईथनोग्राफिक रिपोर्ट भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय को भेजी गई थी। उसे अधिसूचित (लागू) किया जाए।
कैप्टन निषाद का सपना होगा पूरा
सांसद निषाद ने बताया कि उनके पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद मल्लाह एवं उसके समकक्ष अन्य वंचित समाज के लोगों को अधिकार दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे। उनके निधन के बाद उन्होंने वंचित जमात के लिए जो सपना देखा था उनके हक की लड़ाई लड़ रहे थे। उस लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम वह कर रहे हैं। वह लगातार सदन से लेकर सड़क तक वंचित जमात के लिए काम करते हैं। सदन में मांग उठाते हुए सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है।