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Bihar crime : मुजफ्फरपुर में अपराध नियंंत्रण का यह हाल, दारोगा की ही बाइक उड़ा ले गए चोर

Bihar crime मुजफ्फरपुर में इन दिनों बाइक और मोबाइल चोर काफी सक्रिय हैं। अब पुलिस वालों को भी निशाना बनाने लगे हैं। शहर में एक एएसआइ के घर से बाइक उठा ले गए। उनकी जिस थाने में पोस्टिंग है वहीं प्राथमिकी दर्ज है।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 12 Mar 2021 10:10 PM (IST)Updated: Sat, 13 Mar 2021 02:05 PM (IST)
Bihar crime : मुजफ्फरपुर में अपराध नियंंत्रण का यह हाल, दारोगा की ही बाइक उड़ा ले गए चोर
जिन पर जिम्मेदारी चोरों को पकड़ने की उन्ही के घर से बाइक उठा ले गए चोर ! प्रतीकात्मक तस्वीर

मुजफ्फरपुर, जासं । शातिर चोरों पर नकेल नहीं कसने का नतीजा है कि अब वे पुलिसकर्मी की बाइक को भी निशाना बना ले रहे हैं। गुरुवार की रात मझौलिया रसुलपुर जिलानी इलाके से एएसआइ कृष्ण कुमार सिंह के घर से उनकी बाइक की चोरी कर ली गई। मामले में उन्होंंने काजीमोहम्मदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। वे इसी थाने में तैनात भी है। चोरों का पता लगाने के लिए आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। मगर कोई सुराग नहीं मिल पाया। बता दें कि शहरी क्षेत्र में लगातार बाइक चोरी की घटनाएं हो रही है। बावजूद पुलिस की तरफ से शातिर चोरों की गिरफ्तारी को लेकर रुचि नहीं लिया जा रहा है। 

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वहीं चोरी का मोबाइल खरीदना  दरभंगा के एक किशोर को महंगा पड़ गया। गोंडा जीआरपी पुलिस ने जाले थानाक्षेत्र के जाले हीरानगर गांव में छापेमारी कर किशोर को मोबाइल के साथ दबोच लिया। पूछताछ में किशोर ने जो जानकारी दी वह सुन पुलिस पदाधिकारी अवाक रह गए। किशोर को लेकर पुलिस मुजफ्फरपुर गई। जहां सीसी कैमरा के फुटेज से उसका मिलान कराया गया। लेकिन, फुटेज में उसकी तस्वीर नहीं पाई गई। इसके बाद पुलिस ने बाउंड बनाकर तत्काल किशोर को छोड़ दिया। दरोगा विजय यादब ने बताया कि सप्तक्रांति ट्रेन से सैनिक राहुल प्रताप सीतामढ़ी एसएसबी कैंप जा रहे थे। इस दौरान उनका मोबाइल सहित बैग चोरी हो गया। इस मामले को लेकर पीडि़त सैनिक ने गोंडा जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज कराई। 

 जांच दौरान मोबाइल को जब ट्रैक किया गया तो वह जाले थानाक्षेत्र में पाया गया। इसके तहत वहां की पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी की। इधर, किशोर ने बताया कि वह दिल्ली से आ रहा था। इस दौरान उसका बड़ा भाई पांच हजार रुपया दिया था। मुजफ्फरपुर स्टेशन पर उतरने दौरान एक अनजान युवक मिला और कहा - सफर दौरान बदमाशों ने उनका पॉकेट मार लिया है। घर जाने के लिए एक भी रुपया नहीं है। वह अपना मोबाइल दिखाया और कहा यह मोबाइल 20 हजार रुपये का है। चार हजार रुपये में बेचने की बात कही। किशोर ने उस मोबाइल को तीन हजार रुपये में खरीद लिया। जब घर पर पुलिस पहुंची तो वह मोबाइल खरीदकर अफसोस व्यक्त करने लगा।


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