स्टेशन परिसर से गायब प्राइवेट वाहनों का ठिकाना बना जिला परिषद कार्यालय
रेलवे स्टेशन पर स्टैंड ठीकेदार और प्राइवेट वाहन संचालकों के बीच दो दिनों पहले हुई मारपीट के बाद स्टैंड से गायब सभी प्राइवेट वाहनों का अवैध स्टैंड जिला परिषद कार्यालय के पास बन गया है।
मुजफ्फरपुर : रेलवे स्टेशन पर स्टैंड ठीकेदार और प्राइवेट वाहन संचालकों के बीच दो दिनों पहले हुई मारपीट के बाद स्टैंड से गायब सभी प्राइवेट वाहनों का अवैध स्टैंड जिला परिषद कार्यालय के पास बन गया है। उन लोगों ने केवल ठिकाना बदला है, लेकिन काम स्टेशन से ही हो रहा है। ये लोग रेल यात्रियों के इंतजार में दिन भर स्टेशन पर मंडराते रहते हैं। प्राइवेट वाहनों को कॉमर्शिलय में चलाने से राजस्व की हानि हो रही है। जिला परिवहन पदाधिकारी की इस पर नजर नहीं है। इससे बेखौफ प्राइवेट वाहन का भाड़ा कमाने में इस्तेमाल कर रहे। इधर जीआरपी थानाध्यक्ष ने दोनों तरफ दिए गए आवेदन पर एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, जबकि सारा मामला स्टेशन के आसपास का ही हैं।
बता दें कि बुधवार को दोपहर यत्र-तत्र प्राइवेट वाहनों को खड़ा करने पर रेलवे स्टेशन के स्टैंड ठीकेदार रणा रणजीत सिंह ने मना किया था। इस पर प्राइवेट वाहन चालक उनसे उलझ गए। दोनों ओर से लाठी-डंडे चले और मारपीट हुई। जीआरपी में एफआइआर दर्ज कराई गई। प्राइवेट वाहन चालकों का आरोप है कि गाड़ी खड़ी करने पर मनमाना पैसे वसूला जाता है। 35 के बदले 80 रुपये लिए जाते हैं। वहीं स्टैंड ठीकेदार के इस आरोप को निराधार बताया।
पैसेंजर ट्रेन के गार्ड का निधन, कई दिनों से थे बीमार
मुजफ्फरपुर स्टेशन पर कार्यरत पैसेंजर ट्रेन के गार्ड कृष्ण कुमार का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 42 वर्ष के थे। प्रभारी स्टेशन प्रबंधक आरके शर्मा ने बताया कि उनको टायफायड हुआ था। वे मिठनपुरा आवास पर ही रहकर इलाज करा रहे थे। उनके निधन से रेल कर्मियों में शेाक की लहर दौड़ गई।