बोले नगर विकास एवं आवास मंत्री- स्मार्ट सिटी के कार्यों में नहीं आई तेजी तो दोषियों पर होगी कार्रवाई
पटना में नगर विकास एवं आवास विभाग की बैठक में मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी कार्य के खराब प्रदर्शन को लेकर अधिकारियों को जमकर हुई खिंचाई। जानिए क्या दिए गए निर्देश
मुजफ्फरपुर, जेएनएन। स्मार्ट सिटी के कार्यों में तेजी नहीं आई तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। कार्यकारी एजेंसी श्रेयी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को 15 दिनों में कार्य सुधारने का निर्देश दिया गया है। इस अवधि में उनके कार्य में सुधार नहीं दिखा तो उनको स्मार्ट सिटी के काम से हटा दिया जाएगा। मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी कार्य की काफी खराब प्रदर्शन को लेकर अधिकारियों को जमकर खिंचाई हुई।
मेयर सुरेश कुमार से भी सवाल किए गए। नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा ने कहा कि यहां के खराब प्रदर्शन पर चिंता जताई गई। नगर आयुक्त एवं श्रेयी कंपनी दोनों को 15 दिनों में कार्य प्रणाली में सुधार लाने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि तिरहुत आयुक्त पंकज कुमार को इसकी मॉनीटरिंग का जिम्मा दिया गया है।
मुजफ्फरपुर की तुलना में भागलपुर अधिक स्मार्ट
उन्होंने कहा कि जनवरी माह के अंत तक अधिकांश कार्यों का टेंडर तथा फरवरी माह के अंत तक सभी कार्यों का अवार्ड हो जाएगा। स्मार्ट सिटी के लिए 1580 करोड़ रुपये दिए गए हैं। सिकंदरपुर मन को झील के रूप में तब्दील करना है। इसके साथ ही बस स्टैंड, मार्केट कॉप्लेक्स, रोड आदि के लिए पर्याप्त फंड हैं। एमआरडीए भवन, सिटी पार्क, इंदिरा पार्क, सरकारी बस स्टैंड के एनओसी पर काफी गंभीर बात हुई। मंत्री ने मुजफ्फरपुर की तुलना में भागलपुर स्मार्ट सिटी के कार्य अधिक होने की बात कही।
बता दें कि पटना में शुक्रवार को नगर विकास एवं आवास विभाग की समीक्षात्मक बैठक में मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के सबसे खराब प्रदर्शन पर चिंता जाहिर की गई। सवा साल में इंट्रीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम भवन के लिए एनओसी नहीं मिलने और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप को लेकर नाराजगी जाहिर की गई। साथ ही समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा गया।