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उपेंद्र कुशवाहा ने चंपारण से शुरू की 'समझो, समझाओ और देश बचाओ' यात्रा, बोले- CAA-NRC है देश बांटने वाला

राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएए व एनआरसी से युवाओं व गरीबों को सर्वाधिक नुकसान। रालोसपा प्रमुख ने शुरू की समझो समझाओ और देश बचाओ यात्रा।

By Murari KumarEdited By: Published: Thu, 26 Dec 2019 10:53 PM (IST)Updated: Thu, 26 Dec 2019 10:53 PM (IST)
उपेंद्र कुशवाहा ने चंपारण से शुरू की 'समझो, समझाओ और देश बचाओ' यात्रा, बोले- CAA-NRC है देश बांटने वाला
उपेंद्र कुशवाहा ने चंपारण से शुरू की 'समझो, समझाओ और देश बचाओ' यात्रा, बोले- CAA-NRC है देश बांटने वाला

पूर्वी चंपारण, जेएनएन। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सीएए व एनआरसी देश को बांटने वाला है। ज्यादातर लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं है। इससे सर्वाधिक नुकसान नौजवानों व गरीबों को होगा। 

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वे गुरुवार को महात्मा गांधी की कर्मभूमि चंपारण से समझो, समझाओ और देश बचाओ यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान शहर के चरखा पार्क में आयोजित सभा में कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से सीएए व एनआरसी का विरोध करना मकसद है। इससे पूर्व गांधी संग्रहालय में बापू की प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर नमन किया। सभा का शुभारंभ राष्ट्रीय गीत से हुआ। 

बेरोजगार युवकों की फौज खड़ी है

 कुशवाहा ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में निकलना पड़ा है। कुछ लोग जान बूझकर देश में आग लगाने की कोशिश में हैं। हम आग बुझाने निकले हैं। समझ-बूझ कर ही सीएए का समर्थन या विरोध करना चाहिए। बिना समझे इसके समर्थन से नुकसान होगा। देश में पहले से ही संसाधन का अभाव है। बेरोजगार युवकों की फौज खड़ी है। जब बड़ी संख्या में बाहर से लोग आएंगे तो हम नौकरी कहां से पाएंगे। यह दो धर्मों का मामला नहीं है। हमारे संसाधनों में बाहर से आए लोगों की भी हिस्सेदारी होगी। 

एनआरसी पर कहा कि गरीब तबके के लोग जिनके पास अपनी जमीन नहीं है, घर नहीं है, पढ़े-लिखे नहीं हैं वे कागजात कहां से लाएंगे। यह कानून गरीब विरोधी है। 

30 जनवरी से बेहतर शिक्षा के लिए यात्रा

कुशवाहा ने कहा कि वह स्कूलों में बेहतर शिक्षा, युवाओं को रोजगार व अस्पताल में दवा समेत अन्य जरूरी मुद्दों को लेकर यात्रा पर निकलने वाले थे। लेकिन, देश में ऐसी परिस्थितियां आई कि स्थगित करना पड़ा। अब 30 जनवरी को महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर यात्रा पर निकलेंगे। मुख्यमंत्री जल, जीवन व हरियाली के लिए अभियान चला रहे हैं। राज्य में असली हरियाली तब आएगी जब यहां के बच्चे पढ़ेंगे। पिछले डेढ़ महीने से तो शिक्षकों को मानव श्रृंखला की तैयारी में लगा रखा है। बच्चे क्या खाक पढ़ेंगे। 

सरकार देश को कर रही भ्रमित 

तुरकौलिया चौक पर रालोसपा प्रमुख ने नुक्कड़ सभा की। कहा कि सरकार सीएए व एनआरसी पर देश को भ्रमित कर रही है। मोदी सरकार में देश की अर्थव्यवस्था लगातार गिर रही है। महंगाई और बेरोजगारी बढ़ रही है। शिक्षा व्यवस्था सबसे निचले स्तर पर चली गई है। देश को मंदी के मुंह में ढकेल जा रहा है। इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सीएए व एनआरसी को देश में लागू किया गया है। साथ ही  सीएए व एनआरसी के माध्यम से लाखों विदेशियों को देश में नागरिकता देना चाहती है। ऐसा होने से युवाओं  में बेरोजगारी बढ़ेगी। इसका खामियाजा दलित, महादलित, पिछड़े, अति पिछड़े के साथ-साथ अल्पसंख्यकों को भुगतना पड़ेगा। 


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